अमेरिका में ओमिक्रोन ने पकड़ा जोर, संक्रमण के कुल मामलों में 73 फीसदी हिस्सेदारी, लाखों में संक्रमितों का आंकड़ा
अमेरिका में ओमिक्रोन का प्रसार भी बहुत तेज गति से हो रहा है और अब 73 फीसदी संक्रमितों में यह वैरिएंट पाया जा रहा है। एक बयान में कहा गया है कि ओमिक्रोन के चलते जिस व्यक्ति की मौत हुई है वह पहले भी कोरोना से संक्रमित हो चुका था।
ह्यूस्टन, प्रेट्र: ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के चलते पहली मौत हुई है। टेक्सास में टीका नहीं लगवाने वाले 50 साल का व्यक्ति इसका शिकार बना है। अमेरिका में ओमिक्रोन का प्रसार भी बहुत तेज गति से हो रहा है और अब 73 फीसदी संक्रमितों में यह वैरिएंट पाया जा रहा है। हैरिस काउंटी पब्लिक हेल्थ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ओमिक्रोन वैरिएंट के चलते जिस व्यक्ति की मौत हुई है वह पहले भी कोरोना से संक्रमित हो चुका था।
संक्रमण के नए मामलों में बढ़ोतरी
काउंटी की जज लिना हिडाल्गो ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में ओमिक्रोन से पहली मौत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मरने वाले की सेहत पहले से ही बहुत अच्छी नहीं थी। ह्यूस्टन में तीन हफ्ते पहले ओमिक्रोन का पहला केस मिला था और अब संक्रमितों में 82 फीसदी मामले इसी वैरिएंट के मिल रहे हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह वैरिएंट कितनी तेजी से फैल रहा है। वहीं, रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने कहा कि पिछले एक हफ्ते के आंकड़ों से पता चलता है कि ओमिक्रोन छह गुना तेजी से बढ़ रहा है। पूरे अमेरिका में यह फैल चुका है और प्रमुख वैरिएंट बन गया है। न्यूयार्क में 90 फीसदी संक्रमितों में यह वैरिएंट पाया जा रहा है।
लाखों लोगों तक फैला संक्रमण
देशव्यापी आंकड़ों से अमेरिका में ओमिक्रोन से साढ़े छह लाख से अधिक लोगों के संक्रमित होने के संकेत मिल रहे हैं। सीडीसी की निदेशक डा. रोशेल वालेंस्की ने कहा कि नए आंकड़े दूसरे देशों में इस वैरिएंट के देखी गई वृद्धि को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि ये संख्या अप्रत्याशित है, लेकिन आश्चर्यजनक नहीं है। अब तक यह वैरिएंट 90 देशों तक पहुंच गया है। अफ्रीका में ओमिक्रोन के ज्यादातर मरीज सामान्य इलाज से हुए ठीक समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन वैरिएंट के ज्यादातर मरीज सामान्य उपचार से ही ठीक हो रहे हैं।
सरल इलाज से होंगे ठीक
दक्षिण अफ्रीकन मेडिकल एसोसिएशन की चेयरपर्सन डा. एंजेलिक कोएत्जी ने कहा कि उनके देश में ओमिक्रोन के ज्यादातर मरीजों को कोई विशेष उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ी है। सामान्य और सरल इलाज से ही अधिकतर मरीज ठीक हो गए हैं। डा. कोएत्जी ने ही सबसे पहले कोरोना के इस नए वैरिएंट की पहचान की थी, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे ओमिक्रोन नाम दिया था।