कार्नेल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बनाया पॉपकॉर्न की ऊर्जा से चलने वाला रोबोट
वैज्ञानिकों की इस सफलता के बाद ऐसे छोटे उपकरण बनाने का रास्ता खुल गया है जो लचीले होते हैं और फैल सकते हैं।
न्यूयॉर्क, प्रेट्र। वैज्ञानिकों ने आकार में बहुत छोटा एक ऐसा रोबोट बनाया है जो पॉपकॉर्न की ऊर्जा से चलेगा। पॉपकॉर्न के दाने गर्म करने पर करीब 10 गुना तक बढ़ सकते हैं। इन दानों के बड़े होने में जो बल लगता है उसी का इस्तेमाल इस रोबोट को चलाने में किया जाएगा। इससे रोबोट बनाने का खर्च काफी कम हो जाएगा। वैज्ञानिकों की इस सफलता के बाद ऐसे छोटे उपकरण बनाने का रास्ता खुल गया है जो लचीले होते हैं और फैल सकते हैं।
अमेरिका की कार्नेल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एच पीटर्सन ने कहा, 'साधारण रोबोट के फेल होने की संभावना भी कम होती है। हम लंबे समय से ऐसा रोबोट बनाना चाहते थे जो कम खर्च में बने और ज्यादा काम आ सके। इसलिए रोबोट को ऊर्जा देने के लिए पहली बार पॉपकॉर्न का इस्तेमाल किया गया। यह आसानी से उपलब्ध भी है और प्राकृतिक तरीके से गल सकता है। पॉपकॉर्न के इन दानों के फैलने के दौरान जो बल उत्पन्न होता है, उससे कूदने वाले छोटे रोबोट को ऊर्जा मिल सकती है।'
पॉपकॉर्न खाया जा सकता है इसलिए इससे बने उपकरण को चिकित्सकीय प्रक्रिया के दौरान शरीर में भी प्रवेश कराया जा सकता है। एक बार बढ़ जाने पर पॉपकॉर्न के दाने दोबारा छोटे नहीं हो सकते। इसी वजह से इनसे बने उपकरण का केवल एक बार ही उपयोग किया जा सकता है।