उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भेजा पत्र
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उत्तर कोरिया के साथ शीघ्र परमाणु समझौता होने पर संदेह जताया है।
वाशिंगटन, रायटर/एपी। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र भेजा है। किम ने ट्रंप को यह पत्र ऐसे समय लिखा है जब दोनों नेताओं के बीच इसी महीने की 12 तारीख को सिंगापुर में शिखर वार्ता प्रस्तावित है। इसमें उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर कोई समझौता होने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो कोरियाई प्रायद्वीप में स्थायी शांति का युग शुरू हो सकता है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, उत्तर कोरिया के शीर्ष जनरल किम योंग चोल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका के दौरे पर है। वह किम के बेहद करीबी सहयोगी हैं और उनका पत्र लेकर यहां पहुंचे हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि ट्रंप को भेजे पत्र में किम ने क्या लिखा है? लेकिन इससे यह जाहिर होता है कि शिखर वार्ता पटरी पर लौट आई है। ट्रंप ने पिछले हफ्ते इस वार्ता को रद कर दिया था। उन्होंने किम से कहा था कि अगर वह शिखर वार्ता करना चाहते हैं तो वह उनसे फोन पर बात करें या पत्र लिखें। इसके बाद उत्तर कोरिया की संयमित प्रतिक्रिया और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के प्रयासों के चलते हालात बदले और ट्रंप-किम वार्ता की फिर संभावना बनी।
शीघ्र समझौता होने की उम्मीद कम
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उत्तर कोरिया के साथ शीघ्र परमाणु समझौता होने पर संदेह जताया है। उन्होंने कहा कि इसकी उम्मीद कम है, लेकिन किम के साथ 12 जून को होने वाली मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं। इसमें उत्तर कोरिया पर परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रेरित किया जा सकता है। हालांकि यह एक मुलाकात में होने की संभावना कम है।
सही दिशा में बढ़ रही ट्रंप-किम वार्ता : पोंपियो
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि ट्रंप और किम के बीच होने वाली शिखर वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने इस वार्ता की तैयारी को लेकर उत्तर कोरिया के शीर्ष जनरल किम योंग चोल के साथ दो दिनों तक बैठक की।
वार्ता की वर्षगांठ मनाएंगे दोनों कोरियाई देश
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच शुक्रवार को उच्च स्तरीय वार्ता हुई। इसमें दोनों देशों में साल 2000 में हुई ऐतिहासिक अंतर कोरियाई वार्ता की इस महीने वर्षगांठ मनाने पर सहमति बनी। इस उच्च स्तरीय वार्ता में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जू-इन के बीच 27 अप्रैल को हुई शिखर वार्ता के समझौतों को लागू करने पर भी चर्चा हुई।