Iran America Tension : इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हमले के बीच ट्रंप ने ईरान को दी यह चेतावनी
Do not kill your protesters Donald Trump warns Iran इराक में अमेरिकी एयरबेस पर देर रात हुए हमले के बीच अमेरिका ने ईरान को फिर चेताया है।
वाशिंगटन, एएनआइ। इराक में अमेरिकी एयरबेस पर देर रात हुए हमले के बीच अमेरिका ने ईरान को एकबार फिर चेतावनी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप US President Donald Trump ने रविवार को कहा कि ईरानी सरकार प्रदर्शनकारियों की सामूहिक हत्या की हिमाकत नहीं करे। हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा है कि प्रतिबंध और प्रदर्शन ईरान को बातचीत के लिए विवश करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि ईरान बातचीत की पहल करता है तो इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है।
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि बातचीत की पहलकदमी पूरी तरह ईरान के रवैये पर निर्भर करेगी। इसके लिए ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिशों से बाज आना होगा। यही नहीं ईरान को मुल्क के प्रदर्शनकारियों की हत्या से भी परहेज करना होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान एनएसए रॉबर्ट ओ ब्रायन के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान के पास ट्रंप प्रशासन से बातचीत के अलावा अब कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि ईरान के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध अब काम कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि रविवार देर रात को इराक में अमेरिकी वायुसेना के अड्डे पर फिर आठ रॉकेट हमले किए गए। रिपोर्टों में कहा गया है कि ताजा हमले में इराकी वायु सेना के दो अधिकारी और दो सैनिक घायल हुए। हालांकि, गनीमत यह रही कि अमेरिकी सेना का कोई भी जवान इसकी चपेट में नहीं आया। सेना ने अपने बयान में कहा कि बगदाद से लगभग 70 किलोमीटर उत्तर में स्थित अल-बलाड एयरबेस पर कत्यूशा श्रेणी के आठ रॉकेट गिरे। मालूम हो कि अमेरिका द्वारा कासिम सुनेमानी के खात्मे के बाद अमेरिकी ठिकाने को निशाना बनाकर यह तीसरा हमला किया गया।
इससे पहले हुए हमले में ईरानी मीडिया ने 80 लोगों के मारे जाने का दावा किया था लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में साफ कर दिया था कि उक्त हमले में कोई भी अमेरिकी हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने कहा था कि हमारी महान सेनाएं किसी भी एक्शन के लिए सदैव तैयार रहती हैं। मालूम हो कि सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की चेतावनी दी थी और अमेरिका को क्षेत्र से अपनी सेनाएं वापस बुला लेने को कहा था। बताया जाता है कि ताजा हमले में कोई अमेरिकी इसलिए हताहत नहीं हुआ क्योंकि तनाव के बाद अधिकांश सैनिकों ने एयरबेस छोड़ दिया है।