सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने वालों की होगी पहचान, भारतवंशी की मदद से तैयार हुआ नया सिस्टम
अब सोशल साइट पर कोई अभद्र टिप्पणी करता है तो उसकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी।
By Jagran News NetworkEdited By: Published: Tue, 12 Jun 2018 05:54 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jun 2018 06:01 PM (IST)
वाशिंगटन, प्रेट्र। सोशल मीडिया साइट फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर गंदी और अश्लील टिप्पणियां कर किसी यूजर को मानसिक रूप से प्रताडि़त करना एक बड़ी समस्या बन गया है। भद्दी टिप्पणियां करने वालों की पहचान के लिए वैज्ञानिकों ने एक सिस्टम तैयार किया है। इसकी मदद से सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट होते ही अभिभावकों और नेटवर्क प्रबंधकों को अलर्ट मेसेज चला जाएगा। सिस्टम तैयार करने वाले अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बाउल्डर के शोधकर्ताओं में एक भारतवंशी प्रोफेसर शिवकांत मिश्र भी शामिल हैं।
इसे बनाने में पहले से मौजूद टूल के मुकाबले पांच गुना कम कंप्यूटिंग संसाधनों का इस्तेमाल किया गया है। यह इंस्टाग्राम के बराबर नेटवर्क वाले साइट की आसानी से निगरानी कर सकता है। प्रोफेसर रिचर्ड हान ने बताया, हाल में फेक न्यूज पर नियंत्रण रखने के लिए सोशल मीडिया साइटों ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, अश्लील टिप्पणियां कर लोगों को निशाना बनाने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सिस्टम का टूल बॉक्स तैयार करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम को अच्छे और भद्दे कमेंट में अंतर करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। फिर हॉस्पिटल ट्रीयाज की तर्ज पर सिस्टम को विकसित किया गया। जिस तरह अस्पताल में गंभीर रोगियों पर अधिक ध्यान दिया जाता है उसी तरह यह सिस्टम भी किसी पोस्ट पर किए गए सभी कमेंट को स्कैन कर यह तय करता है उसमें कोई आपत्तिजनक टिप्पणी तो नहीं है। आपत्तिजनक टिप्पणी होने की स्थिति में पोस्ट को आगे की जांच के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
इस सिस्टम का प्रयोग वीडियो शेयरिंग साइट वाइन और इंस्टाग्राम पर किया गया जिसमें यह 70 फीसदी सफल रहा। अश्लील कमेंट की पहचान होने पर दो घंटे के भीतर अलर्ट जारी होता है। प्रोफेसर मिश्र का कहना है कि बच्चों के साथ सोशल मीडिया पर क्या हो रहा है इससे अभिभावक बिलकुल अंजान रहते हैं। ऐसे में यह टूल अभिभावकों के लिए बेहद अहम साबित होगा है।
इसे बनाने में पहले से मौजूद टूल के मुकाबले पांच गुना कम कंप्यूटिंग संसाधनों का इस्तेमाल किया गया है। यह इंस्टाग्राम के बराबर नेटवर्क वाले साइट की आसानी से निगरानी कर सकता है। प्रोफेसर रिचर्ड हान ने बताया, हाल में फेक न्यूज पर नियंत्रण रखने के लिए सोशल मीडिया साइटों ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, अश्लील टिप्पणियां कर लोगों को निशाना बनाने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सिस्टम का टूल बॉक्स तैयार करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम को अच्छे और भद्दे कमेंट में अंतर करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। फिर हॉस्पिटल ट्रीयाज की तर्ज पर सिस्टम को विकसित किया गया। जिस तरह अस्पताल में गंभीर रोगियों पर अधिक ध्यान दिया जाता है उसी तरह यह सिस्टम भी किसी पोस्ट पर किए गए सभी कमेंट को स्कैन कर यह तय करता है उसमें कोई आपत्तिजनक टिप्पणी तो नहीं है। आपत्तिजनक टिप्पणी होने की स्थिति में पोस्ट को आगे की जांच के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
इस सिस्टम का प्रयोग वीडियो शेयरिंग साइट वाइन और इंस्टाग्राम पर किया गया जिसमें यह 70 फीसदी सफल रहा। अश्लील कमेंट की पहचान होने पर दो घंटे के भीतर अलर्ट जारी होता है। प्रोफेसर मिश्र का कहना है कि बच्चों के साथ सोशल मीडिया पर क्या हो रहा है इससे अभिभावक बिलकुल अंजान रहते हैं। ऐसे में यह टूल अभिभावकों के लिए बेहद अहम साबित होगा है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें