COVID 19: एक दिन में 799 लोगों की मौत के साथ न्यूयार्क में टूटा रिकॉर्ड, संक्रमण के दर में आई कमी
घातक महामारी के कारण अमेरिका का न्यूयार्क सबसे अधिक प्रभावित है। मात्र एक दिन में 799 लोगों की मौत हो गई।
न्यूयार्क, प्रेट्र। अमेरिका में नए कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित शहरों में न्यूयार्क है। यहां मात्र एक दिन में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 799 पर पहुंच गई लेकिन यहां के गवर्नर एंड्रयू क्यूओमो (Governor Andrew Cuomo) ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के दर में कमी जारी है। उन्होंने बताया कि अंतिम 24 घंटों के दौरान 799 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें की बुधवार को इस मामले में 779 लोगों की मौत हुई थी।
क्यूओमो ने बताया, ‘जब से इस महामारी की शुरुआत हुई है तब से यदि देखें तो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है।’ सोमवार को गवर्नर क्यूओमो ने राज्य भर में स्कूलों को बंद करने की अवधि को बढ़ाने का आदेश दे दिया और गैर जरूरी बिजनेस भी 29 अप्रैल तक स्थगित रहेंगे ताकि संक्रमण को दोबारा बढ़ने से रोका जा सके। क्यूओमो ने बताया कि अभी शहर को खोलने की बात करना जल्दबाजी होगी। मामलों का आंकड़ा अभी स्थिर है और हमें इसे बरकरार रखना है।
यहां कंवेंशन सेंटर, सेंट्रल पार्क के साथ मिलिट्री शिप पर भी अस्थायी तौर पर अस्पताल बनाए गए हैं। गवर्नर ने कहा कि न्यूयार्क में अभी 90,000 हॉस्पीटल बेड हैं और केवल 18,000 लोग अभी यहां भर्ती हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में COVID-19 के कारण अब तक 16,100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है वहीं संक्रमित मरीजों की संख्या 450,000 से अधिक पहुंच गई है।
उल्लेखनीय है कि न्यूयार्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयार्क में कोविड-19 का संक्रमण यूरोप से आए यात्रियों के साथ आया। यहां मार्च में पहले संक्रमित मरीज का मामला सामने आया था लेकिन इसके बाद के कुछ ही हफ्तों में कोरोना वायरस के लिए यह शहर अमेरिका का केंद्र बन गया। न्यूयार्क टाइम्स में छपी रिसर्च का कहना है कि इस महामारी के संक्रमण का पता लगाया जा सकता था लेकिन जांच के उपयुक्त तरीके अपनाने में देर हुई। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मामला मार्च में आया पर यह संक्रमण फरवरी में ही शुरू हो गया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 31 जनवरी को चीन से लौटे विदेशी नागरिकों की एंट्री रोक दी वहीं अधिकांश यूरोपीय देशों से आने वालों का प्रवेश मार्च तक जारी रहा और इन्हें 11 मार्च को रोका जाना शुरू हुआ।