इंसानों की तरह चीजों की पहचान करने वाली एआइ प्रणाली विकसित
वैज्ञानिकों का कहना है कि इसमें उसी प्रणाली का प्रयोग किया गया है, जिससे इंसान किसी वस्तु के बारे में जानते हैं और उसकी पहचान करते हैं।
लास एंजिलिस, प्रेट्र। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) के क्षेत्र में दुनिया में तेजी से विकास हो रहा है। भावी गैजेट्स को तैयार करने के लिए इस प्रणाली का प्रयोग किया जा रहा है। वर्तमान में भी कई गैजेट्स में इसका प्रयोग करके उन्हें बेहतर बनाया जा चुका है, वहीं इसकी मदद से ऐसे रोबोट भी तैयार किए जा रहे हैं जो हमारे काम को बेहद आसान कर देंगे। इसी कड़ी में अब वैज्ञानिकों ने एक एक और बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने एक ऐसी कंप्यूटर प्रणाली विकसित की है, जो असल दुनिया की वस्तुओं की पहचान ठीक उसी तरह कर सकती है, जैसे इंसान करते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसमें उसी प्रणाली का प्रयोग किया गया है, जिससे इंसान किसी वस्तु के बारे में जानते हैं और उसकी पहचान करते हैं।
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लास एंजिलिस (यूसीएलए) के शोधकर्ताओं का कहना है कि कंप्यूटर द्वारा तस्वीरों को पढ़ने और उसकी पहचान करने वाली यह प्रणाली बेहद आधुनिक है। इसे कंप्यूटर विजन नाम दिया गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की दिशा में यह एक अहम कदम साबित हो सकता है। इस प्रणाली के जरिये कंप्यूटर के सीखने की क्षमता में इजाफा होगा, जिसका फायदा उसकी निर्णय लेने की क्षमता को मिलेगा। कंप्यूटर के इस विकास की मदद से उसे इंसानों जैसा बनाने में और मदद मिल सकेगी।
अभी ये है कमी
बता दें कि वर्तमान में भी इस दिशा में कई प्रयास किए जा चुके हैं और वस्तुओं की पहचान के लिए बेहतर प्रणालियां विकसित की जा चुकी हैं, लेकिन वैज्ञानिक उन्हें अपर्याप्त मानते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में मौजूद कंप्यूटर विजन प्रणालियां किसी वस्तु के कुछ हिस्सों को ही पहचानने में सक्षम हैं। जिस तरह से इंसान किसी वस्तु की पहचान करता है उसकी तुलना में वर्तमान में मौजूद प्रणालियां काफी पीछे हैं। यही वजह है कि वैज्ञानिकों ने इसे बेहतर करते हुए ऐसी प्रणाली तैयार की, जो काफी हद तक इंसानी समझ के अनुसार काम करती है।
यह मिलेगी मदद
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस प्रणाली की मदद से न केवल भावी कंप्यूटरों, बल्कि रोबोट्स को भी बेहद विकसित बनाया जा सकेगा। उनमें इतनी क्षमता होगी कि किसी वस्तु की पहचान ठीक उसी तरह करेंगे, जैसे इंसान करते हैं। इससे उनके सीखने की क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे किसी भी टास्क को पूरा करने में तेजी आएगी। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे रोबोट काफी हद तक इंसानों की तरह काम कर सकेंगे।