सौरमंडल में खोजे गए 139 नए छोटे ग्रह, खोज के लिए खगोलविदों ने नई प्रणाली का किया इस्तेमाल
New planets in Solar System खगोलविदों ने नई प्रणाली का इस्तेमाल करते हुए सौर मंडल में 139 नए ट्रांस नेपच्यून ऑब्जेक्ट्स (TNOs) के साथ सोलर सिस्टम से बाहर भी एक ग्रह खोजा है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। खगोलविदों ने हमारे सौर मंडल में 139 नए ट्रांस नेपच्यून ऑब्जेक्ट्स (TNOs) के साथ सौरमंडल से बाहर एक ग्रह भी खोजा है। टीएनओ ऐसे ग्रहों का कहा जाता है जो नेपच्यून यानी वरुण से भी ज्यादा दूरी पर स्थित हैं और सूर्य का चक्कर लगाते हैं। नई खोज के बारे में 'एस्ट्रोफिजिकल जर्नल सप्लीमेंट सीरीज' में विस्तृत जानकारी दी गई है। साथ ही, इसमें एक जैसी वस्तुओं की खोज के लिए एक नई प्रणाली के बारे में भी बताया गया है।
नए ग्रहों की खोज में मिलेगी मदद
खगोलविदों का अनुमान है कि इस प्रणाली का उपयोग नए ग्रहों की खोज के लिए हो सकता है। अमेरिका की पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गैरी बर्नस्टीन ने कहा, 'आप जितने आसमान को देख पा रहे हैं और जितनी धुंधली चीजों को पकड़ पा रहे हैं, इसी पर नए टीएनओ की खोज भी निर्भर करती है।'
डार्क एनर्जी सर्वे के डाटा का किया उपयोग
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ता पेड्रो बर्नार्डिनेली ने एक अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट 'डार्क एनर्जी सर्वे' के चार साल के डाटा का उपयोग किया, जिसमें अंतरिक्ष में 700 करोड़ बिंदुओं का रिकॉर्ड है। शोधकर्ताओं ने इन बिंदुओं में से तारे, आकाशगंगाओं और सुपरनोवा को अलग-अलग किया। फिर भी इसमें 2.2 करोड़ खगोलीय पिंड मौजूद थे। इसके बार अध्ययनकर्ताओं ने इनमें से 400 ऐसे संभावित पिंड चिह्नित किए जो छह या उससे अधिक रात तक नजर आ रहे थे।
कई महीनों तक तस्वीरों का किया अध्ययन
खगोलविदों ने कई महीनों तक तस्वीरों का विश्लेषण करने के बाद 316 टीएनओ की सूची बनाई गई। इनमें से 139 पहली बार नजर आए थे। ये खगोलीय पिंड टीएनओ ही हैं इसका पता लगाने के लिए बर्नार्डिनेली ने कई चित्रों को क्रमबद्ध करने का एक नया तरीका विकसित किया। इसका प्रयोग कर उन्होंने यह सामान्य पिंडों का अलग किया।
खोजे जा चुके हैं तीन हजार से टीएनओ
अब तक अब तक खगोलविदों ने सौर मंडल में प्लूटो सहित करीब तीन हजार टीएनओ का पता लगाया है। खगोलविदों का अनुमान है कि यह संख्या अंतरिक्ष में वास्तविकता में मौजूद टीएनओ का 10 फीसद है, जबकि 90 फीसद के बारे में अभी पता ही नहीं लग पाया है।
प्लूटो भी है टीएनए
खगोलविदों को उम्मीद है कि नई विधि से भविष्य में वैज्ञानिक सैकड़ों नए टीएनए खोज सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई टीएनओ पृथ्वी से इतने दूर हैं कि उन्हें सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में हजारों वर्ष लग जाते हैं। सबसे प्रसिद्ध टीएनओ प्लूटो, पृथ्वी की तुलना में सूर्य से 40 गुना अधिक दूर है। इनमें से कुछ वस्तुएं अत्यंत लंबी दूरी की कक्षाओं पर भी मौजूद हैं।
पूरे आकाश का हो सकता है सर्वेक्षण
बर्नार्डिनेली द्वारा विकसित विधि का उपयोग आगामी खगोल विज्ञान सर्वेक्षणों में टीएनओ की खोज के लिए भी किया जा सकता है। इसके जरिये पूरे आकाश का सर्वेक्षण किया जा सकता है। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि टीएनओ का यह कैटलॉग सौर प्रणाली के बारे में अनुसंधान के लिए एक उपयोगी वैज्ञानिक उपकरण भी होगा।