अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा को कोर्ट में दी गई चुनौती
राष्ट्रीय आपातकाल के फैसले का बचाव करते हुए ट्रंप न कहा, हम पर मादक पदार्थो के कारोबारियों और तस्कर गिरोहों की ओर से लगातार हमला हो रहा है। यह अस्वीकार्य है।
वाशिंगटन, रायटर/आइएएनएस। मेक्सिको से लगी सीमा पर दीवार बनाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय आपातकाल लागू करने की घोषणा पर विवाद शुरू हो गया है। उनके इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी गई है। इसको लेकर कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क प्रांत भी मुकदमा करने की योजना बना रहे हैं। अमेरिका की एक संसदीय समिति ने भी आपातकाल की घोषणा मामले की जांच शुरू कर दी है।
ट्रंप के शासकीय आदेश को चुनौती देने के लिए वाशिंगटन की अदालत में टेक्सास के तीन लोगों की ओर से मुकदमा दायर किया गया। इसमें कहा गया है कि ट्रंप की घोषणा अमेरिकी संविधान का उल्लंघन है। इस बीच डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाली प्रतिनिधि सभा की न्यायिक समिति ने कहा कि आपातकाल की घोषणा मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
ट्रंप को लिखे पत्र में समिति के डेमोक्रेट्स सदस्यों ने कहा कि इस घोषणा में शामिल रहे ह्वाइट हाउस और न्याय विभाग के अधिकारियों को सुनवाई के लिए उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने फैसले से संबंधित कानूनी दस्तावेज भी मुहैया कराए जाने का आग्रह किया है। इसके लिए शुक्रवार की समयसीमा तय की गई है।
ट्रंप ने गत शुक्रवार को आपातकाल संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। इससे उन्हें अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण के लिए जरूरी 5.6 अरब डॉलर (39 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा) की धनराशि प्राप्त करने में मदद मिलेगी। राष्ट्रपति को दीवार बनाने के लिए जितनी राशि चाहिए थी, संसद ने उतनी राशि देने से इन्कार कर दिया था।
ट्रंप की दलील है कि अमेरिका में शरणार्थियों के अवैध प्रवेश और मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने के लिए मेक्सिको की सीमा पर दीवार बनाना जरूरी है। जबकि संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में इस साल बहुमत में आए विपक्षी डेमोक्रेट्स इसका विरोध कर रहे हैं।
ट्रंप ने फैसले का किया बचाव
राष्ट्रीय आपातकाल के फैसले का बचाव करते हुए ट्रंप न कहा, 'हम पर मादक पदार्थो के कारोबारियों और तस्कर गिरोहों की ओर से लगातार हमला हो रहा है। यह अस्वीकार्य है। मैं आपातकालीन शक्तियों का उपयोग सीमा पर दीवार बनाने के लिए करूंगा।'