2020 तक चंद्रमा पर उपकरण भेजेगा नासा, तीन कंपनियों को दिया जिम्मा
नासा ने अपने उपकरण पहुंचाने के लिए तीन कंपनियों को इस काम के लिए चुना है 23 खेप में पहुंचाए जाएंगे नासा के उपकरण।
वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिका पिछली सदी के सातवें दशक के बाद पहली बार 2020 और 2021 में चांद पर उपकरण भेजने की योजना बना रहा है। यह 2024 में चांद पर लोगों को भेजने के अमेरिकी मिशन का हिस्सा होगा।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने ‘आर्टेमिस’ प्रोग्राम के तहत चांद पर उपकरण भेजने के लिए अमेरिकी कंपनियों एस्ट्रोबॉटिक, इंट्यूटिव मशीन्स और ऑर्बिट बियॉड को चुना है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने चांद पर लोगों को भेजने के कार्यक्रम में बदलाव करते हुए उसे 4 साल बाद, 2024 को तय किया है। चुनी गई तीनों कंपनियों ने चंद्रमा पर लैंड करने वाले अपने यान अलग-अलग आकार के तैयार किए हैं। इसमें से एक बड़ा है और दो काफी छोटे हैं। ये तीनों यान नासा के उपकरणों की 23 खेप चांद पर पहुंचाएंगे। पहली खेप सितंबर 2020 में भेजी जाएगी। इन उपकरणों से ऐसी जानकारी पता चलेगी, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों को बाद में चांद की जमीन पर नेवीगेट करने और खुद को रेडिएशन से बचाने में मदद करेगी। सितंबर 2020 तक स्पेस एक्स के रॉकेट फॉल्कन 9 द्वारा चंद्रमा की धरती पर मारे एंब्रियम (एक लावा का मैदान) पर ये यान उतरेंगे। 2021 तक चांद के अंधेरे हिस्से पर भी यान उतारने की योजना है।
नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेनस्टाइन ने शुक्रवार को कहा कि अगले साल हमारा प्रौद्योगिकी अनुसंधान चंद्रमा की सतह पर होगा जो अगले पांच सालों में पहली महिला और एक आदमी को चांद पर भेजने में मदद करेगा।
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