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सूरज को छूने की तैयारी, नासा भेजेगा 1.5 बिलियन डॉलर का अंतरिक्ष यान

अगले कुछ सालों में ये यान सूर्य से करीब 61 लाख किलोमीटर दूर इसके चक्कर लगाएगा।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 12:37 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 12:42 PM (IST)
सूरज को छूने की तैयारी, नासा भेजेगा 1.5 बिलियन डॉलर का अंतरिक्ष यान
सूरज को छूने की तैयारी, नासा भेजेगा 1.5 बिलियन डॉलर का अंतरिक्ष यान

वॉशिंटगन, एजेंसी। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) अपने अंतरिक्ष यान को सूरज तक पहुंचाने की तैयार कर रहा है। सूरज को "छूने" के लिए डिजाइन किए गए डेढ़ बिलियन डॉलर के अंतरिक्ष यान को 11 अगस्त को लॉन्च किया जाएगा। नासा की तरफ से सूर्य पर भेजे जा रहे इस यान का नाम पार्कर सोलर प्रोब है। पार्कर सोलर मिशन में कार के आकार का एक अंतरिक्ष यान सीधे सूर्य के कोरोना के चक्कर लगाएगा। 

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इसका नामकरण 91 वर्षीय सौर वैज्ञानिक यूजीन न्यूमैन के नाम पर हुआ है। अगले कुछ सालों में ये यान सूर्य से करीब 61 लाख किलोमीटर दूर इसके चक्कर लगाएगा। यह दूरी अब तक सूर्य पर भेजे गए सभी शोध यानों से सात गुना कम होगी। ऐसा पहली बार होगा जब कोई यान सूर्य के इतने नजदीक होगा। नासा ने पहली बार किसी जीवित व्यक्ति के नाम पर मिशन का नाम रखा है। हर परिक्रमा के साथ ये सूर्य के और नजदीत आता जाएगा। इस शोध यान की लंबाई 9 फीट और 10 इंच है। वहीं इसका वजन 612 किग्रा है। सोलर प्रोब को सूरज के ताप से बचान के लिए इसमें स्पेशल कार्बन कंपोजिट हीट शिल्ड लगाई गई है। इस हीट शिल्ड की मोटाई 11.43 सेमी है।

नासा के मिशन का उद्देश्य कोरोना के पृथ्वी की सतह पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करना है। स्पेसक्राफ्ट के जरिये कोरोना की तस्वीरें ली जाएंगी और सतह का मापन किया जाएगा। मिशन की सफलता के लिए बीती 30 जुलाई को केप केनवेरल एयर फोर्स स्टेशन पर स्पेसक्राफ्ट की पूरी जांच की गई। इसके बाद इसे लांच व्हीकल पर रखा गया।


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