मौसम की खराबी के कारण टला अमेरिका का ह्यूमन स्पेस मिशन, अब 30 मई को होगा लांच
नासा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि मौसम की खराबी के कारण आज की लांचिंग टाल दी गई है। साथ में अगली लान्चिंग के बारे में बताया कि अब 30 मई को दोपहर 3.22 पर लांच किया जाएगा।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष यात्रियों को स्वदेशी रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट में बिठाकर अंतरिक्ष की ओर भेजने का कार्यक्रम लांचिंग से कुछ समय पहले टाल दिया गया। नासा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि मौसम की खराबी के कारण आज की लांचिंग टाल दी गई है। साथ में अगली लान्चिंग के बारे में बताया कि अब 30 मई को दोपहर 3.22 पर लांच किया जाएगा।
"We are not going to launch today."
Due to the weather conditions, the launch is scrubbing. Our next opportunity will be Saturday, May 30 at 3:22pm ET. Live #LaunchAmerica coverage will begin at 11am ET. pic.twitter.com/c7R1AmLLYh — NASA (@NASA) May 27, 2020
27 मई 2020 की देर रात 2.03 बजे के आसपास नासा दो अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स को अमेरिकी धरती से अमेरिकी रॉकेट में बिठाकर ISS पर भेजने की तैयारी में था। जो अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स इस मिशन में स्पेस स्टेशन जाने वाले हैं, उनका नाम है- रॉबर्ट बेनकेन (Robert Behnken) और डगलस हर्ले (Douglas Hurley)।
Crew Access Arm Retracted.#LaunchAmerica pic.twitter.com/G6Wksbxbt0— NASA (@NASA) May 27, 2020
दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन पहुंच चुके थे। इन दोनों एस्ट्रोनॉट्स को अमेरिकी कंपनी स्पेस-एक्स के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजा जाना था। स्पेस-एक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है। यह नासा के साथ मिलकर भविष्य के लिए कई अंतरिक्ष मिशन पर काम कर रही है।
स्पेस-एक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को अमेरिका के सबसे भरोसेमंद रॉकेट फॉल्कन-9 के ऊपर लगाया जाता। इसके बाद फॉल्कन-9 रॉकेट को लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से लॉन्च किया जाता। इस मिशन को डेमो-2 मिशन नाम दिया गया है। डेमो-1 मिशन में ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से स्पेस स्टेशन पर सफलतापूर्वक सामान पहुंचाया गया था।
30 मिनट पहले हुआ फैसला
दरअसल, लिफ्टऑफ से चार घंटे पहले तक लॉन्च कंट्रोलर्स ने अनुकूल मौसम के चांस 50-50 बताए थे। बारिश, बादल और तूफान NASA के केनेडी स्पेस सेंटर पर छाए रहे। हालांकि, 2 बजे के बाद यह 60 प्रतिशत तक अनुकूल हो गए लेकिन ईस्ट कोस्ट में ट्रॉपिकल तूफान की आशंका की वजह से परेशानी खड़ी होने की बात कही जा रही थी। मौसम के हालात को देखते हुए लॉन्चिंग टालने का फैसला लॉन्च से 30 मिनट पहले लिया गया।
यह है नियम
तूफान या तूफानी बाद अगल लॉन्च साइट या फ्लाइट के रास्ते के 10 नॉटिकल मील अंदर हुए, तो लॉन्च को रोका जा सकता है। बिजली या तूफान के कारण रॉकेट को नुकसान से बचाने के लिए ऐसा किया जा सकता है।
दुनिया की टिकी थी निगाहें
स्पेस शटल प्रोग्राम पूरा होने के बाद साल 2011 के बाद से अमेरिका की धरती से लॉन्च बंद हो गए थे। अमेरिकी ऐस्ट्रोनॉट्स रूस की मदद से स्पेस में जाते रहे। अब NASA वापस अमेरिका की मिट्टी से अपने के ऐस्ट्रोनॉट्स को अपने देश के रॉकेट्स में बैठाकर स्पेस में भेजने के लिए एकदम तैयार हो चुका था और एेसे में दुनिया की निगाहें उसके इसी मिशन पर टिकी थी।