Ultima Thule: अंतरिक्ष में सबसे दूर स्थित पिंड पर नासा की रिपोर्ट, खुलेंगे ब्रह्मांड के रहस्य
2019 के पहले दिन न्यू होराइजंस अंतरिक्ष यान धरती से सबसे दूर स्थित पिंड के पास से गुजरा था।नासा ने बताया है कि यहां पर वायुमंडल और उपग्रहों के कोई सुबूत नहीं मिले हैं।
वाशिंगटन, आइएएनएस। नासा ने बताया है कि इतिहास के सबसे दूरस्थ ब्रह्मांडीय पिंड अल्टिमा थुले पर वायुमंडल के कोई सुबूत नहीं मिले हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी जानकारी दी है कि न्यू होराइजंस अंतरिक्ष यान ने इतिहास में उस समय सबसे दूर की उड़ान भरने का रिकॉर्ड कायम किया, जब यह एक जनवरी को 12.33 बजे अल्टिमा थुले की सीमा के लगभग 2,200 मील (3,500 किलोमीटर) अंदर आया। इस सप्ताह की शुरुआत में न्यू होराइजंस अंतरिक्ष यान ने कुईपर बेल्ट में स्थित इस पिंड को खोज निकाला था।
नासा ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि यहां पर वायुमंडल के कोई सुबूत नहीं मिलने के अलावा प्रारंभिक डाटा विश्लेषण में भी एक मील से बड़े व्यास वाले छल्ले या उपग्रहों के कोई सुबूत नहीं मिले हैं। अल्टिमा थुले का रंग भी कुईपर बेल्ट के समान है। कोलरेडो के बोल्डर स्थित साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के एलन स्टर्न ने बताया कि हालांकि यह खोज अब एक इतिहास है, लेकिन भविष्य में इसमें लगभग सभी डाटा विश्लेषण निहित हैं।
उन्होंने बताया कि न्यू होराइजंस अंतरिक्ष यान से डाटा भेजने का काम एक सप्ताह तक बंद रहेगा। अब यह 10 जनवरी से फिर शुरू होगा। पृथ्वी से 6.5 अरब किलोमीटर की दूरी पर स्थित अल्टिमा थुले का अर्थ है ज्ञात दुनिया से परे। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस पूरे अभियान से यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि जब अरबों साल पहले हमारे सौर मंडल का निर्माण हो रहा था तब क्या परिस्थिति थी। वहीं, वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह अभियान ब्रह्मांड के कई रहस्य खोलने में मददगार साबित हो सकता है।