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कल धरती के करीब से गुजरेगा 22 मीटर व्यास वाला 'खतरनाक' पिंड, वैज्ञानिकों की लगी निगाह

मंगलवार को एक और क्षुद्रग्रह धरती के बेहद करीब से गुजरने वाला है। इसके धरती से टकराने की आशंका के बारे में नासा के वैज्ञानिकों क्‍या कहना है। जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 09:22 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 03:58 AM (IST)
कल धरती के करीब से गुजरेगा 22 मीटर व्यास वाला 'खतरनाक' पिंड, वैज्ञानिकों की लगी निगाह
कल धरती के करीब से गुजरेगा 22 मीटर व्यास वाला 'खतरनाक' पिंड, वैज्ञानिकों की लगी निगाह

वाशिंगटन, एएनआइ। पिछले महीने ही एक क्षुद्रग्रह ने पृथ्वी के सबसे पास से गुजरने का रिकॉर्ड भी बनाया था। अब एक बार फिर एक और क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है। इस बार यह क्षुद्रग्रह चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी से भी कम दूरी से एक सितंबर को गुजरेगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह जानकारी दी है। इस क्षुद्रग्रह का नाम 2011 ईएस3 है। कहा जा रहा है कि अगले एक दशक तक पृथ्वी के पास से गुजरने वाले क्षुद्रग्रहों में से यह सबसे पास से गुजरेगा।

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आकार 22 से 49 मीटर के बीच

नासा के जेट प्रॉपल्शन लैबोरेटरी के मुताबिक, इससे पहले यह क्षुद्रग्रह साल 2011 में 13 मार्च को पृथ्वी के सबसे नजदीक से होकर गुजरा था। इस बार चिंता इस बात को लेकर है कि यह क्षुद्रग्रह धरती से केवल 45,000 मील की दूरी से गुजरेगा। इस खगोलीय पिंड का आकार 22 से 49 मीटर के बीच बताया जा रहा है। नासा ने दावा किया है कि पहली सितंबर को यह क्षुद्रग्रह (एस्टेरॉयड) धरती व चांद के बीच से गुजरेगा। 

धरती से नहीं टकराएगा

दुनियाभर में लोगों की उत्‍सुकता इस सवाल को लेकर है कि क्‍या एस्‍टेरॉएड-2001 ईएस4 (Asteroid 2011 ES4) नाम का यह खगोलीय पिंड धरती से टकराएगा। इस पर नासा एस्‍टेरॉएड वॉच (NASA Asteroid Watch) ने ट्वीट कर बताया कि एस्‍टेरॉएड-2001 ईएस4 धरती से नहीं टकराएगा। हां यह बात जरूर है कि यह धरती के बेहद करीब से होकर गुजरेगा। इसके धरती से टकराने का कोई खतरा नहीं है। 

8.16 किलोमीटर प्रति सेकेंड है स्‍पीड

नासा एस्‍टेरॉएड वॉच (NASA Asteroid Watch) ने कहा है कि इस क्षुद्रग्रह की रिलेट‍िव स्‍पीड लगभग 8.16 किलोमीटर प्रति सेकेंड है। यह पिंड एकबार पहले भी धरती के बेहद करीब से गुजर चुका है। पिछली बार यह धरती से चार दिनों तक लगातार दिखता रहा था। इस बार यह धरती से और करीब होगा। धरती से इसकी दूरी 1.2 लाख किलोमीटर होगी जबकि चांद से वह 3.84 लाख किलोमीटर दूर होगा। यह क्षुद्रग्रह पहली बार वर्ष 2011 में दिखा था और हर नौ साल पर धरती के करीब से गुजरता है।

साल 2011 में की गई थी खोज  

वैज्ञानिकों की मानें तो यह 'बेहद खतरनाक श्रेणी' (listed as a potentially hazardous asteroid) का छुद्रग्रह है। इसकी खोज सबसे पहले साल 2011 में की गई थी। हर नौ साल बाद यह धरती के करीब से गुजरता है। नासा के मुताबिक, एक बेहद खतरनाक श्रेणी के छुद्रग्रह (potentially hazardous asteroid) का वर्गीकरण उसके धरती से काफी नजदीक से गुजरने के खतरे के आधार पर किया जाता है। हाल ही में एसयूवी ( SUV) के आकार का एक एस्टेरॉयड पृथ्वी के काफी करीब से गुजरा था।  


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