प्यार के लिए नडेला ने लौटा दिया था अमेरिकी ग्रीन कार्ड
अमेरिकी कानून के अनुसार यदि ग्रीन कार्ड धारी (अमेरिका में स्थायी रूप से रहने की अनुमति) कोई शख्स शादी करता है तो उसकी पत्नी या पति का वीजा खारिज कर दिया जाता है।
ओरलैंडो, प्रेट्र: जिस अमेरिकी ग्रीन कार्ड को पाने का दुनिया भर के लोग सपना पाले रखते हैं, उसे दिग्गज आइटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने कभी प्यार में ठुकरा दिया था। दरअसल इस ग्रीन कार्ड के कारण नडेला अपनी पत्नी को अमेरिका नहीं ले जा पा रहे थे।
अमेरिकी कानून के अनुसार यदि ग्रीन कार्ड धारी (अमेरिका में स्थायी रूप से रहने की अनुमति) कोई शख्स शादी करता है तो उसकी पत्नी या पति का वीजा खारिज कर दिया जाता है। यह कानून अमेरिका में आज भी प्रभावी है। नडेला ने ग्रीन कार्ड लौटाने के बाद एच1-बी वीजा के लिए आवेदन किया था। इस वीजा पर अमेरिका में काम कर रहा कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को साथ ले जा सकता है।
नडेला की 1993 में शादी हुई थी। वह किसी कीमत पर पत्नी अनु के बिना रहने को तैयार नहीं थे। तब तक नडेला माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ चुके थे। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी छोड़ भारत लौटने तक की सोच ली थी। यह बात जब माइक्रोसॉफ्ट में काम कर रहे उनके दोस्तों तक पहुंची तो उनका काफी मजाक उड़ाया गया।
नडेला अपनी पुस्तक 'हिट रिफ्रेश' में पुरानी यादों को सहेजते हुए कहते हैं कि इस प्रकरण से माइक्रोसॉफ्ट में वह 'कुख्यात' हो चुके थे। वह शादी के कुछ महीनों बाद जून 1994 में नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास गए। वहां जैसे ही कहा कि वह ग्रीन कार्ड लौटा एच1-बी के लिए आवेदन करना चाहते हैं, सामने बैठा क्लर्क कुछ देर के लिए देखता रह गया। फिर क्लर्क ने पूछा, आखिर ऐसा क्यों कर रहे हो? तब उन्होंने कहा, मूर्खतापूर्ण अमेरिकी आव्रजन नीति के कारण।
एच1-बी वीजा मिलते ही वह अनु के साथ अमेरिका के लिए रवाना हो गए। पुस्तक में नडेला लिखते हैं कि उनके लिए अनु प्राथमिकता थी। इसलिए फैसला लेना आसान हो गया था।
यह भी पढ़ें: समाज सेवा के लिए फेसबुक में कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे जुकरबर्ग