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गेट्स ने आज ही के दिन दुनिया के लिए पहली बार खोली थी संभावनाओं की 'खिड़की'

80 का दशक कई तरह के बदलाव लेकर आया। साल 1985 में 20 नवंबर को माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज नाम से अपना ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 12:28 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 01:09 PM (IST)
गेट्स ने आज ही के दिन दुनिया के लिए पहली बार खोली थी संभावनाओं की 'खिड़की'
गेट्स ने आज ही के दिन दुनिया के लिए पहली बार खोली थी संभावनाओं की 'खिड़की'

नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। 20 नवंबर एक ऐसी तारीख है, जिसने दुनिया की तारीख बदल डाली। साल 1985 में वो आज का ही दिन था, जब दुनिया के लिए संभावनाओं की 'खिड़की' खुली थी। संभावनाओं की इस 'खिड़की' को खोलने का श्रेय बिल गेट्स को जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं विंडोज की। 20 नवंबर 1985 को ही बिल गेट्स दुनिया के सामने विंडोज-1 ऑपरेटिंग सिस्टम लेकर आए थे।

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ये है गेट्स और विंडोज की कहानी
बिल गेट्स ने साल 1975 में अपने एक अन्य साथी पॉल एलेन के साथ माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की नींव रखी थी। उन्होंने आईबीएम के लिए बेसिक सॉफ्टवेयर का निर्माण किया, बाद में एमएस-डॉस भी उन्होंने बनाया। आज माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनी है।

गेट्स का विंडोज का कोराबार
80 का दशक कई तरह के बदलाव लेकर आया। सूचना और प्रसारण के क्षेत्र में भी नई-नई तकनीकें आने लगीं। इसी बीच बिल गेट्स ने संभावनाओं की 'खिड़की' यानी विंडोज लांच किया। साल 1985 में 20 नवंबर को माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज नाम से अपना ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया। 1987 में विंडोज 2.0, 1990 में विंडोज 3.0, 1992 में विंडोज 3.1, साल 1994 में विंडोज 3.2 लांच हुए। इसके बाद 24 अगस्त 1995 को रिलीज हुए ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 95 ने कंप्यूटर के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी। इसके बाद समय-समय पर विंडोज 98, विंडोज 2000, विंडोज एक्सपी, विंडोज विस्टा, विंडोज 7, विंडोज 8, विंडोज 10 के साथ आज भी माइक्रोसॉफ्ट विंडोज दुनिया के ज्यादातर कंप्यूटर पर राज करता है। 

बिल गेट्स और माइक्रोसॉफ्ट
बिल गेट्स अपने जीवन काल में इस कंपनी के चेयरमैन, सीईओ और चीफ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट रहे हैं। यही नहीं वे साल 2014 तक कंपनी में सबसे बड़े शेयरहोल्डर भी रहे। हालांकि साल 2000 में ही वे कंपनी के सीईओ के पद से अलग हो गए थे, लेकिन कंपनी के चेयरमैन बने रहे। साल 2006 में उन्होंने घोषणा की कि वे अब कंपनी में पार्ट टाइम काम करेंगे और अपना पूरा वक्त बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को देंगे। आखिरकार साल 2014 में उन्होंने चेयरमैन के पद से भी इस्तीफा दे दिया। 

बिल एंड मेलिंड गेट्स फाउंडेशन
बिल गेट्स न सिर्फ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने, बल्कि इंसानियत भी उनके अंदर कूट-कूटकर भरी है। वंचितों की मदद के लिए उनके हाथ अपने आप बढ़ जाते हैं। अपनी परोपकारी प्रवृत्ति के चलते ही उन्होंने साल 2000 में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा चैरिटेल संस्थानों और वैज्ञानिक रिसर्च प्रोग्रामों को दान दे दिया है।

द गिविंग प्लेज और बिल गेट्स
साल 1987 से बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की फोर्ब्स लिस्ट में शामिल होते रहे हैं। सितंबर 2017 में भी वह दुनिया के सबसे अमीर शख्स थे, हालांकि अक्टूबर की लिस्ट में उन्हें अमेजन के संस्थापक जेफ बेजॉस ने पछाड़ दिया था। बिल गेट्स की मौजूदा संपत्ति 2017 में 90.1 अरब डॉलर से कुछ अधिक थी। साल 2009 में बिल गेट्स और वारेन बफे ने 'द गिविंग प्लेज' नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया। इसके तहत दुनियाभर के अमीर व्यक्ति अपनी संपत्ति का कम से कम आधा हिस्सा परोपकार के कार्यों के लिए दान देते हैं। 'द गिविंग प्लेज' रोटरी इंटरनेशनल के साथ मिलकर पोलियो के खात्मे के लिए भी काम कर रहा है।

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