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ईरान में एयर स्‍ट्राइक के बाद राजनयिक पहल में जुटा अमेरिका, पोम्पिओ ने नेतान्‍याहू से की मुलाकात

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नेतान्‍याहू से ईरान हमले के प्रभाव और उससे उपजी चुनौतियों से निपटने को लेकर वार्ता की।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 05 Jan 2020 11:10 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jan 2020 11:11 AM (IST)
ईरान में एयर स्‍ट्राइक के बाद राजनयिक पहल में जुटा अमेरिका, पोम्पिओ ने नेतान्‍याहू से की मुलाकात
ईरान में एयर स्‍ट्राइक के बाद राजनयिक पहल में जुटा अमेरिका, पोम्पिओ ने नेतान्‍याहू से की मुलाकात

वाशिंगटन, एजेंसी । ईरान पर अमेरिकी एयर स्‍ट्राइक के बाद अमेरिका ने राजनयिक कसरत तेज कर दी है। इस हमले का दुनिया में जिस तरह से विरोध हो रहा है, उससे अमेरिका का विदेश मंत्रालय सक्रिय हो गया है। इस क्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पा‍ेम्पिओ ने रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बें‍जामिन नेतान्‍याहू से वार्ता की। इस वार्ता में ईरान पर हमले के बाद की स्थितियों और उसके प्रभाव पर चर्चा हुई।  

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अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नेतान्‍याहू से ईरान हमले के प्रभाव और उससे उपजी चुनौतियों से निपटने को लेकर वार्ता की। उन्‍होंने कहा कि आतंकवाद को परास्‍त करने के लिए इजरायल ने लगातार अमेरिका का समर्थन किया है। पोम्पिओ ने कहा इस सहयोग के लिए अमेरिका इजरायल का हमेशा आभारी रहेगा। इजरायल और संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के बीच संबंधों की दुहाई देते हुए पोम्पिओ ने कहा कि दोनों देशों के बीच अटूट रिश्‍ता है।

उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब ईरानी कंमाडर सुलेमानी की हत्‍या को लेकर पूरी दुनिया दो भागाें में बंट गई है। रूस और चीन अमेरिका के इस कदम की भर्तस्‍ना कर रहे हैं वहीं इजरायल ने अमेरिका के इस कदम का स्‍वागत किया है। नेतन्याहू ने एक ट्वीट में कहा कि जिस तरह इजरायल के पास आत्मरक्षा का अधिकार है, अमेरिका का भी ठीक वैसा ही अधिकार है। उन्‍होंने कहा कि अमेरिकी नागरिकों समेत कई अन्य निर्दोष लोगों की मौत के लिए वह जिम्मेदार है। वह इस तरह के हमलों की योजना बना रहा था।

उधर, ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्‍या के विरोध में अमेरिका में भी विरोध शुरू हो गया है। राष्‍ट्रपति ट्रंप के एयर स्‍ट्राइक के फैसले के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन में सड़कों पर प्रदर्शन किया। ट्रंप के इस फैसलों के खिलाफ न्‍यूयॉर्क और शिकागों में भी प्रदर्शन हुए। अमेरिकी इराक में 3000 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिकों को भेजने का विरोध कर रहे हैं।  प्रदर्शनकारी अपने हाथों में पोस्‍टर लिए थे जिसमें लिखा था कि अमेरिका किसी तरह के युद्ध के खिलाफ हैं।

उन्‍होंने दुनिया में शांति का संदेश दिया। इस विरोध प्रदर्शन हॉलीवुड अभिनेत्री जेन फोंडा शामिल थीं।जेन फोंडा पिछले साल अमेरिका में जलवायु परिवर्तन के विरोध में लेकर सुर्खियों में रहीं। इस मामले में उनको गिरफ्तार भी किया गया था। 82 वर्षीय फोंडा ने कहा कि यहां के युवा लोगों को पता होना चाहिए कि आपके जन्म के बाद से सभी युद्ध लड़े गए हैं। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम अब जीवन नहीं खो सकते हैं और लोगों को नहीं मार सकते हैं।

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