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मनुष्य की मौजूदगी के सुबूत मिलने के बाद मेक्सिको की प्राचीन गुफा में आवाजाही बंद

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री ने कहा कि जाकाटेकास राज्य में सुदूर चिकिहुइटेव गुफा में लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:41 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:41 PM (IST)
मनुष्य की मौजूदगी के सुबूत मिलने के बाद मेक्सिको की प्राचीन गुफा में आवाजाही बंद
मनुष्य की मौजूदगी के सुबूत मिलने के बाद मेक्सिको की प्राचीन गुफा में आवाजाही बंद

मेक्सिको सिटी, एजेंसी। मेक्सिको की उस गुफा में लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है, जहां प्राचीन मनुष्यों के रहने के सबूत मिले थे। मेक्सिको के 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री' ने कहा कि जाकाटेकास राज्य में सुदूर चिकिहुइटेव गुफा में लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है। वैज्ञानिक इस गुफा के तलछट में प्राचीन मनुष्यों के डीएनए की तलाश कर रहे हैं। 

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कॉन्सेप्सियन डेल ओरो के पास एक पहाड़ी पर स्थित है गुफा 

बता दें कि डीएनए हजारों वर्ष तक संरक्षित रहते हैं। यह गुफा जाकाटेकास में कॉन्सेप्सियन डेल ओरो के पास एक पहाड़ी पर स्थित है। हालांकि, हिमयुग की प्रसिद्ध गुफाओं की तरह यहां मानव की मौजूदगी स्पष्ट सुबूत जैसे- पत्थरों पर पेंटिंग, चूल्हे या जानवरों की हड्डियां आदि मौजूद नहीं हैं। 

नेचर' नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ लेख

'नेचर' नामक जर्नल में प्रकाशित हुए एक लेख के अनुसार, गुफा में पाए गए पत्थर के औजार बताते हैं कि लगभग 26,500 साल पहले उत्तरी अमेरिका में लोग रहते थे। जाकाटेकास के ऑटोनोमस विश्वविद्यालय के साइप्रियन एर्डेलीन और अन्य ने कहा कि उन्हें गुफा में पत्थरों के औजार और उन्हें बनाने का की चीजें मलबे के रूप में मिली हैं। ऐसा प्रतीत होता कि लोग सर्दी से बचने के लिए इस गुफा का इस्तेमाल करते थे। हालांकि, उनकी टीम को वहां से अभी तक किसी मनुष्य का डीएनए नहीं मिला है।

गुफा में पाए गए पत्थर के औजार 26,500 साल पुराने 

जर्नल नेचर में इस महीने की शुरुआत में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, गुफा में पाए गए पत्थर के औजार बताते हैं कि यहां लोग लगभग 26,500 साल पहले उत्तरी अमेरिका में रह रहे थे। जैकाटेकास के स्वायत्त विश्वविद्यालय के सिप्रियन अर्देलीन और अन्य कहते हैं कि उन्हें उपकरण बनाने से पत्थर के औजार और मलबे मिले, और उन्होंने कहा कि उनका मानना ​​है कि लोगों ने शायद छोटी अवधि के लिए गुफा को शीतकालीन आश्रय के रूप में इस्तेमाल किया होगा। उनकी टीम अब तक गुफा से किसी भी मानव डीएनए को पुनर्प्राप्त करने में असमर्थ रही है।


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