सेवन के 12 घंटे बाद भी पीछा नहीं छोड़ता ये नशा, ड्राइविंग क्षमता होती है प्रभावित
रिसर्च के अनुसार यदि भांग-गांजा का सेवन न करने वालों से तुलना की जाए तो नशे की लत के शिकार लोगों की ड्राइविंग क्षमता बिल्कुल खराब होती है।
न्यूयार्क, आइएएनएस। गांजा (Marijuana) जैसे नशीले पदार्थों के सेवन ड्राइविंग क्षमता (Driving ability) को प्रभावित करता है। यह जानकारी शोध में दी गई है। ड्रग एंड एल्कोहल डिपेंडेंस (Drug and Alcohal Dependence) नामक जर्नल (Journal) में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, नशीले पदार्थ के सेवन के 12 घंटे बीत गए हों फिर भी इसका असर बना रहता है।
रिसर्च के अनुसार, यदि भांग-गांजा का सेवन न करने वालों से तुलना की जाए तो नशे की लत के शिकार लोगों की ड्राइविंग क्षमता बिल्कुल खराब होती है। हालांकि ड्राइविंग पर नशे के असर मामले में काफी शोध किए गए हैं।
बोस्टन के कुछ लोगों के एक समूह ने सलाह दी कि गांजा (Marijuana) का इस्तेमाल 12 घंटे बाद भी अपना असर बनाए रखता है और ड्राइविंग क्षमता को प्रभावित करता है। मैकलियन हास्पीटल (McLean Hospital) ने एक अध्ययन कराया जिसे ड्रग एंड एल्कोहल डिपेंडेंस (Drug and Alcohol Dependence) में प्रकाशित किया गया है।
इस रिसर्च के तहत गांजा का सेवन करने वाले और इसका सेवन करने वाले यूजर्स को रखा गया। इसका सेवन करने वालों को दो ग्रुप में विभाजित किया गया। यह विभाजन उनके इस्तेमाल की शुरुआत को लेकर हुआ कि वे 16 वर्ष से पहले इसका सेवन करने लगे थे या बाद में।
कोलोराडो यातायात विभाग (CDOT) के ट्रैफिक सेफ्टी कम्युनिकेशन मैनेजर सैम कोल ने कहा, ‘हम जानना चाहते हैं कि ये गांजा के नशे में ड्राइविंग क्यों करते हैं और हम इसे रोकने के लिए क्या कर सकते हैं।’
भारत में गांजा का सेवन कानूनी जुर्म है लेकिन कनाडा में इसकी बिक्री व सेवन वैध है। कनाडा की संसद ने जून 2018 में इसे मान्यता दी और इसकी बिक्री को कानूनन जुर्म नहीं बताया। कनाडा से पहले उरुग्वे एकमात्र ऐसा देश है जहां इस नशे का इस्तेमाल करना कानूनी तौर पर सही है।
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