रूसी दखल मामले में ट्रंप के करीबी का पकड़ा गया झूठ, अगले महीने होगी सजा
69 वर्षीय मैनफोर्ट गत अगस्त में टैक्स और बैंक धोखाधड़ी समेत आठ अपराधों में दोषी ठहराए गए थे।
द न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रभारी रहे पॉल मैनफोर्ट एक और मामले में दोषी पाए गए हैं। एक संघीय जज ने बुधवार को अपने फैसले में कहा कि मैनफोर्ट ने 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल की जांच कर रहे विशेष वकील रॉबर्ट मुलर के साथ सहयोग की सहमति दी थी। लेकिन उन्होंने इसका उल्लंघन कर बार-बार झूठ बोला।
अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की जज एमी बर्मन जैक्सन ने चार पेज के फैसले में कहा, 'मैनफोर्ट ने चुनाव अभियान और ट्रंप की जीत के बाद रूसी नागरिक कोंस्टेंटिन किलिमनिक से अपने संबंधों के बारे में जानबूझकर झूठ बोला था। इस मामले में उन्हें अगले माह सजा सुनाई जाएगी।' अभियोजकों के अनुसार, किलिमनिक का जुड़ाव रूस की खुफिया सेवाओं से है। जज ने यह भी पाया कि मैनफोर्ट ने अपने कानूनी खर्चो का ट्रंप समर्थित सियासी कार्य समिति की ओर से भुगतान किए जाने के बारे में भी झूठ बोला था।
कई मामलों में ठहराए गए हैं दोषी
69 वर्षीय मैनफोर्ट गत अगस्त में टैक्स और बैंक धोखाधड़ी समेत आठ अपराधों में दोषी ठहराए गए थे। इसके बाद उन्होंने दो और मामलों में अपना जुर्म स्वीकार किया था और जांच में सहयोग करने का भरोसा दिया था।
ट्रंप प्रचार टीम के प्रमुख थे मैनफोर्ट
मैनफोर्ट 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की प्रचार टीम के प्रभारी थे। यूक्रेन के लिए लॉबिंग करने के आरोपों के चलते उन्हें चुनाव से तीन माह पहले इस्तीफा देना पड़ा था। वह सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के सियासी सलाहकार भी रह चुके हैं।