US Election 2020: गरमाया सुप्रीम कोर्ट का मुद्दा, मतदाताओं से बोली हैरिस- न मानें हार
डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने मतदाताओं को रिपब्लिकन द्वारा सुप्रीम कोर्ट को लेकर किए जा रहे प्रयासों से हतोत्साहित न होने की अपील करते हुए कहा कि वे लोगों को इस गतिविधि से केवल ये जताना चाहते हैं कि जनता के वोटों की कोई अहमियत नहीं है।
रालेघ, एपी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बीच सुप्रीम कोर्ट में जज की नियुक्ति का मामला भी गरमाया हुआ है। इस क्रम में डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार ( Democratic vice presidential nominee) कमला हैरिस ( Kamala Harris) ने मतदाताओं (voters) से सोमवार को अपील कर कहा कि वे रिपब्लिकन (Republican) के प्रयासों से हतोत्साहित न हों जो वे चुनाव के पहले सुप्रीम कोर्ट की खाली जज की सीट को भरने के लिए कर रहे हैं। हैरिस ने मतदाताओं से कहा कि वे जनता को ये महसूस कराना चाहते हैं कि उनके वोट की कोई अहमियत नहीं है। हैरिस ने कहा, 'हम हार नहीं मानेंगे।'
दरअसल अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रुथ बादर गिन्सबर्ग के निधन के बाद खाली हुई सीट के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने नॉमिनेशन किया और बैरेट को 9वें जज के तौर पर नियुक्त किया है। इस मामले में एक सर्वे में दावा किया गया कि 56 फीसद अमेरिकियों के अनुसार यह नियुक्ति चुनाव के बाद होनी चाहिए थी और 41 फीसद ने ट्रंप के इस कदम को उपयुक्त बताया है। मतदाताओं का कहना है कि इस पद के लिए चुनाव करने में बिडेन कहीं अधिक सक्षम हैं। पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट की जज रूथ गिंसबर्ग का निधन हो गया था। इस पद पर ट्रंप ने एमी कोनी बैरेट को नॉमिनेट कर जज नियुक्त किया जिसके लिए विपक्ष की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई।
हैरिस ने कहा, 'हम उस संक्रमण को नहीं फैलने देंगे जिसे राष्ट्रपति ट्रंप हर ओर फैलाने के प्रयास में हैं जिसने हमारी राजनीति को अपाहिज कर दिया है और अमेरिकियों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया है। अब वे इस संक्रमण को देश के सुप्रीम कोर्ट में फैला रहे हैं।' इस पद के लिए नामित होने वाली पहली अश्वेत महिला कमला हैरिस ने उत्तरी कैरोलिना में ये बातें कही हैं। बता दें कि डेमोक्रेट की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस सीनेट की न्यायिक समिति की सदस्य भी हैं जिसके तौर पर वह न्यायाधीश के पद के लिए नामित उम्मीदवारों की जांच में प्रत्यक्ष भूमिका निभाएगी।