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US के फेडरल सर्किट कोर्ट की कमान श्रीनिवासन के हाथ, पहले भारतीय अमेरिकी ने रचा इतिहास

जस्‍टिस मेरिक गारलैंड के बाद श्रीनिवासन इस पद को संभालेंगे। गारलैंड यहां सात सालों तक रहे। मई 2013 में श्रीनिवासन को कोलंबिया सर्किट के लिए यूएस कोर्ट ऑफ अपील में नियुक्‍त किया गया था।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 09:48 AM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 09:48 AM (IST)
US के फेडरल सर्किट कोर्ट  की कमान श्रीनिवासन के हाथ, पहले भारतीय अमेरिकी ने रचा इतिहास
US के फेडरल सर्किट कोर्ट की कमान श्रीनिवासन के हाथ, पहले भारतीय अमेरिकी ने रचा इतिहास

वाशिंगटन (प्रेट्र)। भारतीय अमेरिकी जस्‍टिस श्री श्रीनिवासन (Justice Sri Srinivasan) को अमेरिका के फेडरल सर्किट कोर्ट  (Federal Circuit Court) का नेतृत्‍व करने का मौका मिला है। उनका पूरा नाम श्रीकांत श्रीनिवासन है। श्रीनिवासन ने 12 फरवरी को अपना कार्यभार संभाल लिया। सुप्रीम कोर्ट  (US Supreme Court) के लिए भी उनका नाम विचाराधीन था। उल्‍लेखनीय है कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के बाद दूसरा ताकतवर कोर्ट यही है। इसके साथ ही पहले भारतीय अमेरिकी नागरिक का इतिहास बनाने वाले 52 वर्षीय श्रीनिवासन चीफ जज होंगे।

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जस्‍टिस मेरिक गारलैंड के बाद श्रीनिवासन इस पद को संभालेंगे। गारलैंड यहां सात सालों तक रहे। मई 2013 में श्रीनिवासन को कोलंबिया सर्किट के लिए यूएस कोर्ट ऑफ अपील में नियुक्‍त किया गया था। राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप द्वारा नामित नेओमी राव (Neomi Rao) दूसरी भारतीय अमेरिकी महिला हैं जिन्‍हें इस ज्‍यूडिशियरी बेंच के लिए पेश किया गया है।

इसके साथ ही श्रीनिवासन शक्तिशाली फेडरल सर्किट कोर्ट की कमान संभालने वाले दक्षिण एशियाई मूल के पहले व्यक्ति बन गए। चंडीगढ़ में जन्‍मे श्रीनिवासन की आगे की परवरिश कंसास के लॉरेंस में हुई। उन्होंने स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन और स्टेनफोर्ड लॉ स्कूल व स्टेनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया।

गारलैंड 1997 से डीसी सर्किट के सदस्‍य हैं और 2013 से चीफ जज। प्रेस रिलीज के अनुसार वे, बेंच पर बने रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट में गारलैंड को तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने नामित किया था जिसे रिपब्‍लिकन सीनेट ने 2016 में खारिज कर दिया था।

वाशिंगटन पोस्‍ट के अनुसार, श्रीनिवासन ने हाल में ही एक इवेंट के दौरान बेंच तक पहुंचने की अपनी राह के बारे बताया था। यह इवेंट पुरुषों के स्‍वामित्‍व वाले कानून के क्षेत्र में महिलाओं के प्रवेश पर था। वर्ष 2011 से लेकर अमेरिकी कोर्ट ऑफ अपील में नियुक्‍ति तक उन्‍होंने अमेरिका के प्रिंसिपल डिप्‍टी सॉलीसीटर जनरल के तौर पर काम किया। उन्‍होंने सुप्रीम कोर्ट में 25 मामलों का निपटारा किया।


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