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पत्रकार खशोगी की हत्या में शामिल सऊदी एजेंटों की अमेरिका में हुई थी ट्रेनिंग, विदेश मंत्रालय ने दी थी मंजूरी

ओबाामा कार्यकाल के दौरान वर्ष 2014 में उन चार सऊदी एजेंटों को ट्रेनिंग के लिए मंजूरी दी गई थी जिन्होंने वर्ष 2018 में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी। ये सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक थे।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 04:05 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 04:11 PM (IST)
पत्रकार खशोगी की हत्या में शामिल सऊदी एजेंटों की अमेरिका में हुई थी ट्रेनिंग, विदेश मंत्रालय ने दी थी मंजूरी
पत्रकार खशोगी की हत्या में शामिल सऊदी एजेंटों की अमेरिका में हुई थी ट्रेनिंग

वाशिंगटन (एएफपी)।  वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में शामिल सऊदी अरब के चार एजेंटों का अ‌र्द्धसैनिक प्रशिक्षण अमेरिका में हुआ था। यह ट्रेनिंग विदेश मंत्रालय की मंजूरी के बाद अरकांसस राज्य में सुरक्षा कंपनी टीयर 1 ग्रुप के द्वारा दी गई थी। इस कंपनी का स्वामित्व निजी इक्विटी फर्म सरबर्स कैपिटल मैनेजमेंट के हाथ में है।  इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में सऊदी पत्रकार खशोगी की हत्या 2 अक्टूबर, 2018 को हुई थी। सऊदी अरब के प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के धुरविरोधी पत्रकार खशोगी के मर्डर की जानकारी होने की बात को प्रिंस ने सितंबर 2019 में स्वीकार भी किया था। 

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ट्रेनिंग को दी गई थी मंजूरी

कंपनी का कहना है कि इन चारों का प्रशिक्षण सऊदी अरब की सुरक्षा के संबंध में दिलाया गया था। प्रशिक्षण में सुरक्षित निशानेबाजी, हमले से बचाव के साथ हमला करना भी शामिल था। प्रशिक्षण से जुड़े एक व्यक्ति का कहना है कि इन चारों को सर्विलांस के साथ ही नजदीक से लड़ाई करने के भी पैंतरे सिखाए गए थे। इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि मंजूरी देने वाले अमेरिकी अधिकारियों और प्रशिक्षण देने वाली टीयर 1 कंपनी को इन चारों को ट्रेनिंग देने के वास्तविक मकसद की जानकारी थी या नहीं। लेकिन यह सही है कि उन लोगों को सैन्य प्रशिक्षण देने की मंजूरी दी गई, जो एक पत्रकार की हत्या को अंजाम देने वाले थे। इससे यह भी पता चलता है कि अमेरिका सऊदी अरब जैसे निरंकुश राष्ट्र के साथ किस कदर घनिष्ठता के साथ जुड़ा हुआ है।

2014 में ओबामा कार्यकाल में हुई थी ट्रेनिंग

रिपोर्ट के अनुसार इस प्रशिक्षण की पुष्टि टीयर 1 के स्वामित्व वाली सरबर्स कंपनी के सीनियर एक्जीक्यूटिव लुईस ब्रेमर ने पहले ही की थी। सऊदी अरब के इन चारों गुर्गो को प्रशिक्षण देने की मंजूरी बराक ओबामा प्रशासन के कार्यकाल में 2014 में दी गई। डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद लगभग एक साल और इन चारों की ट्रेनिंग चलती रही। विदेश विभाग ने हत्या में शामिल सऊदी अरब के एजेंटों के प्रशिक्षण के बारे में पुष्टि करने से इन्कार किया है। सऊदी अरब में वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या 2018 में इस्तांबुल (तुर्की) स्थित सऊदी के दूतावास में की गई थी।


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