अमेरिका से तनाव के बीच ईरान ने उतारी युद्धपोत की प्रतिकृति, सेटेलाइट तस्वीरों में दिखी नौका
अमेरिका से तनातनी के बीच ईरान ने हरमुज जलडमरूमध्य में एक विमानवाहक पोत की प्रतिकृति उतारी है।
दुबई, एजेंसियां। अमेरिका से तनातनी के बीच ईरान ने हरमुज जलडमरूमध्य में एक विमानवाहक पोत की प्रतिकृति उतारी है। उपग्रह से ली गई तस्वीरों से संकेत मिलता है कि ईरान जल्द ही किसी सैन्य अभ्यास में इसका इस्तेमाल करेगा। 'मैक्सार टेक्नोलॉजीज' द्वारा रविवार को ली गई तस्वीर में ईरान की एक तेज रफ्तार नौका इस पोत की ओर जाती दिखी, जिसे पहले ही ईरानी बंदरगाह शहर बंदर अब्बास से समुद्र में उतारा गया था।
ईरान की सरकारी मीडिया और अधिकारियों ने हरमुज जलसंधि में विमानवाहक पोत की प्रतिकृति उतारने की अभी तक पुष्टि नहीं की है। इसी समुद्री जलमार्ग से दुनिया का 20 प्रतिशत कच्चा तेल गुजरता है।
ऐसा लगता है कि ईरान का रिवोल्यूशनरी गार्ड 2015 में किए गए ऐसे ही एक सैन्य अभ्यास को दोहराने की तैयारी कर रहा है। इस सैन्य अभ्यास को 'ग्रेट प्रोफेट 9' नाम दिया गया था। तब ईरान ने युद्धपोत की प्रतिकृति पर मशीनगन और रॉकेट से हमला करने के लिए तेज रफ्तार नौकाओं का इस्तेमाल किया था। बाद में सतह से समुद्र में मिसाइलें दागकर नकली युद्धपोत को ध्वस्त कर दिया गया था।
पश्चिम एशिया में समुद्री रास्तों पर नजर रखने वाले बहरीन स्थित अमेरिका के पांचवें बेड़े ने इस खबर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सेटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि 200 मीटर लंबे और 50 मीटर चौड़े इस पोत पर 16 लड़ाकू विमानों की प्रतिकृति भी बनाई गई है। यह अमेरिकी युद्धपोत निमित्ज जैसा दिखता है, जो वास्तव में 300 मीटर लंबा और 75 मीटर चौड़ा है।
दरअसल इन दिनों अमेरिका की चीन और रूस के साथ तनातनी चल रही है। चीन से कोरोनावायरस फैलने के बाद से तो अमेरिका इससे खासा नाराज है उसके बाद उसकी दूसरे देशों पर कब्जा करने की नीयत और साउथ चाइन शी को अपना बताए जाने से अमेरिका और भी नाराज है। चीन को सबक सिखाने के लिए अमेरिका ने अपने कई युद्धपोत साउथ चाइना शी में तैनात कर दिए हैं। इससे तनाव बढ़ा हुआ है।