भारतीय मूल के उद्योगपति ने अमेरिका में शुरू किया "ट्रंप है तो सेफ है" अभियान, जानिए भारत से क्या है नाता
पीएम मोदी के खास अमेरिकी मित्र डोनाल्ड ट्रंप को जिताने के लिए वहां बसे भारतीय लोग भी एक्टिव हो गए हैं। अभी दोनों प्रत्याशियों के बीच दो बार प्रेसिडेंशियल डिबेट होनी थी मगर किन्हीं कारणों से 15 अक्टूबर को होने वाली एक डिबेट को कैंसिल कर दी गई।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क/एजेंसी। अमेरिका में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे नई-नई चीजें देखने को मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास अमेरिकी मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिताने के लिए वहां बसे भारतीय मूल के लोग भी एक्टिव हो गए हैं।
वैसे तो अभी दोनों प्रत्याशियों के बीच दो बार प्रेसिडेंशियल डिबेट होनी थी मगर किन्हीं कारणों से 15 अक्टूबर को होने वाली एक डिबेट को कैंसिल कर दिया गया है, अभी दूसरी 22 अक्टूबर को होनी है। इस बीच अमेरिका में बसे भारतीय मूल के लोग डोनाल्ड ट्रंप के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। कुछ लोगों ने तो मिलकर ट्रंप को जिताने के लिए बाकायदा अभियान भी शुरू कर दिया है, वो कह रहे हैं कि ट्रंप हैं तो सभी लोग सेफ हैं। यदि ट्रंप जैसा आक्रामक नेता नहीं होगा तो लोग सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।
भारतीय मूल के उद्योगपति ने शुरू किया अभियान
अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के एक उद्योगपति ने भी इसी तरह का अभियान शुरू कर दिया है। उद्योगपति का नाम डैनी गायकवाड़ है। ट्रंप को चुनाव में जिताने के लिए उन्होंने ट्रंप है तो सेफ हैं नामक अभियान शुरू किया है। इसके लिए वो खुद से ही पैसा भी खर्च कर रहे हैं। डैनी का कहना है कि कुछ दिनों से ऐसा पता चल रहा है कि प्रचार और अन्य चीजों में ट्रंप अपने प्रतिद्धंदी बिडेन के मुकाबले कमजोर पड़ रहे थे, इसको ध्यान में रखते हुए अब उन्होंने खुद से ही ये अभियान शुरू किया है। इसमें वो लोगों को जोड़ रहे हैं जिससे ट्रंप दुबारा से राष्ट्रपति बन सकें। डैनी अमेरिका के फ्लोरिडा में रहते हैं और वो इंटरटेनमेंड इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं।
निर्णायक होते हैं भारतीय वोट
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय वोट बैंक निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यहां के कुछ राज्यों में रह रहे भारतीय वोट जिसको मिल जाते हैं वो चुनाव जीत जाता है। डैनी ने बताया कि कुछ माह पहले राष्ट्रपति और उपाध्यक्ष माइक पेंस से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात हुई थी, वहां से प्रचार में सहयोग करने के संकेत मिले थे, उसके बाद वो लग गए हैं। उनका कहना है कि मुझे विश्वास है कि ट्रंप अमेरिका का नेतृत्व करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ही सही व्यक्ति हैं और वे अमेरिका को आर्थिक सुधार की ओर ले जा रहे हैं। वो देश का बेहतर नेतृत्व कर सकते हैं। उनको दुबारा से मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में पेन्सिलवेनिया, फ्लोरिडा, मिशिगन और ओहियो जैसे इलाके में रहने वाले भारतीय-अमेरिकी वोट महत्वपूर्ण साबित होंगे।
गुजरात के बड़ौदा से है नाता
डैनी गायकवाड़ का जन्म भारत के गुजरात स्थित बड़ौदा में हुआ है। उसके बाद वो अमेरिका के फ्लोरिडा चले गए, वहां उन्होंने अपना कारोबार बढ़ाया। डैनी अमेरिका में इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कारोबार कर रहे हैं।
टेलीविजन चैनल के माध्यम से प्रचार पर दे रहे जोर
चूंकि डैनी गायकवाड़ इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं इसलिए उनका कहना है कि आज के समय में प्रचार का सबसे बेहतर साधन टीवी ही है। टेलीविजन के माध्यम से युवा मतदाताओं के पास आसानी से पहुंचा जा सकता है, वो देखने वाली चीजों पर अधिक विश्वास कर लेते हैं।
ट्रंप है तो मुमकिन है और आबकी बार ट्रंप सरकार जैसे लग रहे नारे
भारत में जिस तरह से मोदी है तो मुमकिन है और अबकी बार मोदी सरकार जैसे नारे सुने जा चुके हैं, अब इनका प्रयोग अमेरिकी चुनाव में भी हो रहा है। मोदी के समर्थक रैलियों और प्रचार के अन्य साधनों में इसी तरह के नारे का प्रयोग कर रहे हैं जिससे वो आसानी से लोगों के दिलोदिमाग पर छा जाए। इससे पहले भी मोदी और ट्रंप की दोस्ती को दुनिया देख चुकी है। प्रचार के दौरान ये भी कहा जा रहा है कि ट्रंप और मोदी की दोस्ती को दुनिया देख चुकी है। यदि ट्रंप जीतते हैं तो भारत के साथ संबंध और भी मजबूत होंगे और दोनों देशों में तरक्की की राहें खुलेंगी।