अमेरिका में मारिजुआना की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार भारतीय, अधिकतम 40 साल की सजा
मारिजुआना के प्राइमरी इनग्रेडिएंट टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल का दिमाग पर काफी प्रभाव पड़ता है। यह मस्तिष्क के तंत्रिका के विकास और उसके कार्यों को प्रभावित करता है।
वाशिंगटन एजेंसी। एक 21 वर्षीय भारतीय नागरिक अर्शदीप सिंह को अमेरिका के मारिजुआना की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अमेरिकी वकील का कहना है कि दोषी पाए जाने पर अर्शदीप सिंह को न्यूनतम पांच साल से अधिकतम 40 साल तक की जेल और 5,000,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है। एक अमेरिकी वकील का कहना है कि तस्करी किए गए समान की बाजार कीमत 2,500,000 अमरीकी डालर है।
अधिकारियों के शक के दायरे में आया ट्रेलर
सहायक अमेरिकी अटॉर्नी माइकल एडलर ने बताया कि न्यूयॉर्क के नियाग्रा फॉल्स में शांति ब्रिज पोर्ट ऑफ एंट्री में प्रवेश करते समय इस ट्रक को पकड़ा गया। जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि ट्रेलर में पिछले दरवाजों को सुरक्षित रखने वाली एक वाणिज्यिक सील नहीं थी। न्याय विभाग ने कहा ट्रेलर के परीक्षण के लिए इसको पीस ब्रिज गोदाम लोडिंग डॉक के लिए भेजा गया था।
प्रारंभिक परीक्षा के दौरान अधिकारियों ने ठीक से पहचाने गए कॉफी मकर्स को उतारा। उन्होंने कहा कि इस ट्रेलर में सात स्केट्स वाले चार स्किड्स भी रखे मिले जो बाकी भार से अलग थे। न्याय विभाग ने कहा कि कॉफी मेकर्स के साथ नीचे हरे रंग की पत्ती वाले पदार्थ से बने वैक्यूम सील बैग भी थे। लगभग 1,800 पाउंड वजन वाले संदिग्ध मारिजुआना के लगभग 1,608 सील बंडलों को मूल शिपमेंट कंटेनर से हटा दिया गया है।
क्या है मारिजुआना नशीला पदार्थ
मारिजुआना एक नशीला पदार्थ है। यह मस्तिष्क को सबसे ज्यादा प्रभावित करात है। मारिजुआना के प्राइमरी इनग्रेडिएंट टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल का दिमाग पर काफी प्रभाव पड़ता है। यह मस्तिष्क के तंत्रिका के विकास और उसके कार्यों को प्रभावित करता है। इसके सेवन के बाद आप अपने आवेगों को नियंत्रित नहीं कर पाने की वजह से आप अपनी जिंदगी खत्म करना चाहते हैं। यही वजह है कि आप खुद को बिल्डिंग से छलांग लगाने से भी नहीं रोक पाते हैं। मारिजुआना के नियमित सेवन से लोगों में डिप्रेशन और चिंता की भी संभावना ज्यादा रहती है।
लगातार कई हफ्ते तक स्मोकिंग करने से आपके सीखने की क्षमता और याद रखने की क्षमता दोनों प्रभावित हो सकती है। मारिजुआना में भी बेंजो (अल्फा) पाइरीन और फिनोल जैसे पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन होते है। अलग अलग तरीके से वीड का सेवन करने से फेफड़ों पर तंबाकू की तुलना में टार का तीन गुना ज्यादा और कार्बन डाईऑक्साइड का पांच गुना ज्यादा असर पड़ता है। इसका मतलब यह है कि जब कैंसर जैसी बीमारियों के लिए मारिजुआना तंबाकू से भी ज्यादा खतरनाक है।