Move to Jagran APP

वीजा फ्रॉड मामले में भारतीय सीईओ गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों से दिलवाया था वीजा

समल पर बीते अप्रैल में इससे जुड़ा आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से ही वह देश से फरार थे।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sat, 01 Sep 2018 05:05 PM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 07:49 PM (IST)
वीजा फ्रॉड मामले में भारतीय सीईओ गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों से दिलवाया था वीजा
वीजा फ्रॉड मामले में भारतीय सीईओ गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों से दिलवाया था वीजा

न्यूयॉर्क, प्रेट्र। अमेरिका में 'डाइवेंसी' और 'अजाइमेट्री' नामक दो कंपनियों के भारतीय सीईओ प्रद्युमन कुमार समल को वीजा फ्रॉड के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर फर्जी दस्तावेजों की मदद से 200 विदेशी नागरिकों को एच1बी के साथ अन्य वीजा दिलाने का आरोप है। समल पर बीते अप्रैल में इससे जुड़ा आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से ही वह देश से फरार थे। पिछले हफ्ते एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से उतरने के बाद सिएटल एयरपोर्ट पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया।

loksabha election banner

समल की कंपनी कॉरपोरेट क्लाइंट को आइटी पेशेवर जैसे साफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर आदि मुहैया कराती थी। उन्हें नौकरी दिलाये बगैर वीजा के बदले विदेशी कर्मचारियों से रुपये वसूलने के लिए आरोपित किया गया है। वीजा फ्रॉड मामले में दोषी साबित होने पर उन्हें दस साल की कैद और ढाई लाख डॉलर का जुर्माना भी हो सकता है।

हेल्थ केयर फ्रॉड के अपराध में भारतवंशी महिला को कैद
भारतवंशी महिला विलासिनी गणेश को हेल्थ केयर से संबंधित धोखाधड़ी के जुर्म में पांच साल कैद की सजा सुनाई गई। पेशे से डॉक्टर विलासिनी और उनके पति ग्रेगोरी बेल्चर को मरीजों के इलाज से जुड़े झूठे दावे कर बीमा कंपनियों से रुपये वसूलने का दोषी पाया गया था। बेल्चर को पहले ही एक साल की कैद की सजा हो चुकी है। जेल की सजा पूरी होने पर दोनों को तीन साल के प्रशासनिक नियंत्रण में रिहा किया जाएगा। गणेश को मुआवजे के तौर पर 3,44,000 डॉलर का भी भुगतान करना होगा।

अमेरिका में छह भारतीय गिरफ्तार
अमेरिकी प्रशासन ने देश के छह राज्यों में एक महीने लंबी कार्रवाई के दौरान अप्रवासन कानून तोड़ने और आपराधिक मामलों में लिप्त 364 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें छह भारतीय भी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए अप्रवासी 25 अलग-अलग देशों के नागरिक हैं। इनमें 16 महिलाएं भी शामिल हैं। 187 लोग पहले आपराधिक मामलों में दोषी साबित हो चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.