ट्रंप और बिडेन में से आखिर कौन बना है भारतीयों की पसंद, जानें- सर्वे में किसके नाम पर लगी मुहर
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय समुदाय का रुझान एक बार फिर से डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन की तरफ अधिक है। यूं भी भारतीय समुदाय को डेमोक्रेट का पारंपरिक वोटर माना जाता है। अमेरिका में हुए ताजा सर्वे में यही बात उभर कर सामने आई है।
न्यूयॉर्क (एएनआई)। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अब महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में एक सर्वे सामने आया है। ये सर्वे वहां पर रहने वाले भारतीयों को लेकर है। इस सर्वे में कहा गया है कि अधिकतर भारतीयों की पहली पसंद डेमोक्रेट पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन हैं। वहीं कुछ भारतीय डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में हैं तो कुछ किसी तीसरी पार्टी के प्रत्याशी को पसंद कर रहे हैं। ये सर्वे कहीं न कहीं डेमोक्रेट के पारंपरिक वोट की ही तरफ इशारा कर रहा है। आपको बता दें कि अमेरिका में बसे भारतीय डेमोक्रेट को वोट करते आए हैं। जानकार भी इस बात को कहते आए हैं। जानकारों का कहना है कि इस बार पीएम मोदी की बदौलत भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी पसंद कर रहे हैं। ताजा सर्वे इसी बात को प्रमाणित करता है।
इंडियन अमेरिकन एटीट्यूड सर्वे को कारनेज एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस, जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी और पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी ने मिलकर किया है। इसमें 936 भारतीयों से उनकी राय पूछी गई। ये सर्वे 1 सितंबर-20 सितंबर के बीच किया गया था। इसके मुताबिक, सर्वे में शामिल 72 फीसद लोगों ने बिडेन को अपनी पसंद बताया, जबकि 22 फीसद ने ट्रंप को अपनी पंसद बताया था। वहीं, महज 3 फीसद लोगों ने तीसरी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में अपना वोट देने की बात कही। आपको बता दें कि अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा।
एएनआई ने न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से लिखा है कि डेमोक्रेट पार्टी के फंड रेजर रमेश कपूर का कहना है कि हम यहां आ चुके हैं। भले ही वे भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए कर की बचत कर रहे हों, लेकिन जब अमेरिकी राष्ट्रपति एक निर्वाचित अधिकारी से कहते हैं कि घर जाओ,' तो हमें डर लगता है। एनवाईटी के मुताबिक, इस चुनाव में उप राष्ट्रपति पद के लिए खड़ी डेमोक्रेट पार्टी की भारतीय मूल की कमला हैरिस से भी बिडेन को फ्लोरिडा, मिशिगन और पेन्सिलवेनिया में काफी मदद मिली है। इस सर्वे में ये भी बात निकलकर आई है कि अधिकतर भारतीय करीब 45 फीसद मानते हैं कि नवंबर में जब वोटिंग होगी तो उन्हें अच्छे खासे वोट मिलेंगे। जबकि 10 फीसद का मानना है कि उन्हें उम्मीद से कम वोट मिलेंगे। 40 फीसद का ये भी कहना है कि कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
एनवाईटी ने कपूर के हवाले से कहा है कि अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय को अपने पक्ष में करने में कमला की बड़ी भूमिका रही है। ये चुनाव के नतीजों को बदल भी सकता है। उन्होंने भारतीयों को बिडेन के पक्ष में आने को प्रेरित किया है। इसमें कहा गया कि भारतीय समुदाय डेमोक्रेट पार्टी के काफी करीब रहा है। हालांकि, कुछ लोग रिपब्लिकन पार्टी की तरफ भी शिफ्ट हुए हैं। खबर के मुताबिक, यहां पर रहने वाले भारतीयों पर इस बात से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है कि भारत अमेरिका संबंध कैसे रहे हैं। ये उनके लिए चुनाव का मुद्दा ही नहीं है। वो हेल्थकेयर और इकोनॉमी के मुद्दे पर प्रत्याशियों को आंक रहे हैं।