Move to Jagran APP

भारतीय-अमेरिकी राजीव जोशी बने 'इवेंटर ऑफ द इयर', आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर किया है काम

IBM में कार्यरत राजीव जोशी को इंवेंटर ऑफ द इयर अवार्ड के लिए चुना गया। उन्होंने अमेरिका में 250 से अधिक पेटेंट वाले आविष्कार किए हैं।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 09:21 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 09:21 AM (IST)
भारतीय-अमेरिकी राजीव जोशी बने 'इवेंटर ऑफ द इयर', आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर किया है काम
भारतीय-अमेरिकी राजीव जोशी बने 'इवेंटर ऑफ द इयर', आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर किया है काम

वाशिंगटन, प्रेट्र। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) की क्षमताओं में बेहतर योगदान और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका के लिए भारतीय अमेरिकी इंवेंटर राजीव जोशी को सम्मानित किया गया। आर्टिफिशियल क्षमताओं को बेहतर बनाने में योगदान देने वाले राजीव जोशी के नाम अमेरिका में 250 से अधिक पेटेंट दर्ज हैं। मास्टर इंवेंटर डॉक्टर राजीव जोशी (Rajeev Joshi) न्यूयार्क में  IBM थॉमसन वाटसन रिसर्च सेंटर (Thomson Watson Research Center) में काम करते हैं।  इस माह के शुरुआत में वर्चुअल अवार्ड सेरेमनी के दौरान  उन्हें न्यूयार्क इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी लॉ एसोसिएशन ने सम्मानित किया गया।  

loksabha election banner

 IIT मुंबई  से शिक्षा प्राप्त करने वाले जोशी ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से MS डिग्री  प्राप्त किया और न्यूयार्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से मेकैनिकल/ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में PhD की पढ़ाई की। 

 इस महीने की शुरुआत में न्यूयार्क बौद्धिक संपदा कानून संघ ने एक आभासी पुरस्कार समारोह के दौरान प्रतिष्ठित वार्षिक पुरस्कार दिया। जोशी आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र हैं और उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से एमएस की डिग्री और कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क से मैकेनिकल/ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उन्होंने वैश्विक संचार और स्वास्थ्य विज्ञान से संबंधित कई आविष्कार किए हैं।

हाल में ही उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि किसी समस्या की पहचान करने और कुछ अलग हटकर समाधान सोचने से उन्हें नए विचारों तक पहुंचने में मदद मिलती है। जोशी ने कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा मारकोनी, मैडम क्यूरी, राइट ब्रदर्स, जेम्स वाट, अलेक्जेंडर बेल, थॉमस एडिसन और अन्य महान हस्तियों और उनके आविष्कारों की कहानियां सुनाईं। सम्मान समारोह में राजीव जोशी ने बताया कि थार क्लाउड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है यह मार्च चर्चा का विषय नहीं रहा। उन्होंने बताया, 'ये सभी क्षेत्र बहुत ही रोमांचक हैं और मैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और क्वांटम कंप्यूटिंग में आगे बढ़ रहा हूं।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.