सीमा विवाद को लेकर भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी डॉ. अमी बेरा ने चीन की आक्रामकता पर जताई चिंता
सीमा विवाद को लेकर भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी डॉ. अमी बेरा चीन की आक्रामकता पर चिंता जाहिर की है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी डॉ. अमी बेरा ने शुक्रवार को सीमा विवाद को लेकर भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी डॉ. अमी बेरा चीन की आक्रामकता पर चिंता जताई है। इसके साथ ही बीजिंग से भारत के साथ सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए राजनयिक तंत्र का उपयोग करने की बात कही।
चीन और भारतीय सैनिकों की झड़प में शहीद हुए थे 20 जवान
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए गतिरोध के बाद यह टिप्पणी आई है। 15 जून को गलवन घाटी पर दोनों देशों के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़पों के पैद हुआ तनाव के बीच दोनों पक्ष कूटनीतिक और सैन्य वार्ता में लगे हुए है। इस संघर्ष में भारतीय सेना के 20 शहीद हुए थे।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले भारतीय अमेरिकी लेखक बेरा ने एक ट्वीट में कहा, "मैं चीन को भारत के साथ अपने लंबे समय के कूटनीतिक तंत्र का उपयोग करने के लिए बाध्य करता हूं ताकि सीमा संबंधी मुद्दों को निपटाने के लिए स्थिति को बल दिया जा सके।"
एशिया पर सदन की विदेश उपसमिति के अध्यक्ष के रूप में, बेरा ने कहा कि वह भारत के साथ अपनी सीमा पर "जारी चीनी आक्रमण से चिंतित हैं"। उन्होंने कहा कि यह चीन और भारत के बीच का मामला है, लेकिन यह मेरा विचार है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के दोनों ओर सैन्य बल बढ़ाना जवाबी और अनुचित होगा।
बता दें कि पहले ही चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है। इंसान से इंसान तक फैलने वाले इस वायरस की अभी तक कोई वैक्सीन भी नहीं मिल पाई है। ऐसे में सभी देश अपने स्तर पर इस वायरस से एहतियात बरत रहे हैं। 200 से ज्यादा देश वायरस से ग्रस्त है। इस वायरस से अभी यूएस सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। इसके बाद ब्राजील, रुस, भारत जैसे देश इस वायरस से अधिक संक्रमित हैं।