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कैरेबियाई देशों को 15 करोड़ का कर्ज व 1.4 करोड़ डॉलर का अनुदान देगा भारत

बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना के जार्जटाउन में रीजनल सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और बेलीज में रीजनल वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करने की भी घोषणा की।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 09:58 PM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 09:58 PM (IST)
कैरेबियाई देशों को 15 करोड़ का कर्ज व 1.4 करोड़ डॉलर का अनुदान देगा भारत
कैरेबियाई देशों को 15 करोड़ का कर्ज व 1.4 करोड़ डॉलर का अनुदान देगा भारत

न्यूयॉर्क, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर भारत ने बुधवार को कैरेबियाई देशों के संगठन 'कैरीकॉम' के नेताओं की पहली बैठक की मेजबानी की। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'कैरीकॉम' देशों में सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए 1.4 करोड़ डॉलर के अनुदान की घोषणा की। साथ ही उन्होंने इन देशों को सौर व नवीकरणीय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन से जुड़े कार्यो के लिए 15 करोड़ डॉलर का कर्ज देने का भी एलान किया।

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आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, इस बैठक से कैरेबियाई देशों के साथ भारत के ऐतिहासिक और गर्मजोशी भरे रिश्तों को नई गति मिली है। 'कैरीकॉम' के चेयरमैन और सेंट लूसिया के प्रधानमंत्री एलेन चेस्टनेट ने बैठक की सहअध्यक्षता की।

बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना के जार्जटाउन में रीजनल सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और बेलीज में रीजनल वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करने की भी घोषणा की। साथ ही उन्होंने 'कैरीकॉम' के साथ भारत के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि इन देशों में रहने वाले 10 लाख से ज्यादा भारतीय समुदाय के लोग कैरेबियाई देशों के साथ दोस्ती में सेतु का काम करते हैं।

प्रधानमंत्री ने 'कैरीकॉम' देशों को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइएसए) और आपदा रोधी ढांचे के गठबंधन (सीडीआरआइ) में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और इन देशों के संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भारत आने का न्योता दिया। सहयोग के संभावित क्षेत्रों का पता लगाने के लिए संयुक्त कार्यदल बनाने का भी फैसला लिया गया।

बता दें कि 'कैरीकॉम' में 15 सदस्य और पांच सहायक सदस्य हैं। क्षेत्र के लिए संयुक्त रूप से नीतियों की रूपरेखा बनाने और आर्थिक वृद्धि व व्यापार को बढ़ावा देने के लिए ये 1973 में साथ आए थे।


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