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अब चीन पर रहेगी भारत की पैनी नजर, अमेरिका से MH-60 हेलीकॉप्टर खरीदने की तैयारी

भारत अब अमेरिका से 24 रोमियो MH-60 हेलीकॉप्टर खरीदना चाहता है। यह सौदा भारतीय नौसेना की ताकत को और बढ़ाएगा। समुद्र में चीन की दखल को भी रोकेगा।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 12:56 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 12:56 PM (IST)
अब चीन पर रहेगी भारत की पैनी नजर, अमेरिका से MH-60 हेलीकॉप्टर खरीदने की तैयारी
अब चीन पर रहेगी भारत की पैनी नजर, अमेरिका से MH-60 हेलीकॉप्टर खरीदने की तैयारी

वॉशिगंटन, पीटीआइ। फ्रांस से राफेल और रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की डील के बाद अब भारत अमेरिका से रक्षा सौदा करने की तैयारी में है। भारत अमेरिका से 24 'रोमियो' MH-60 हेलीकॉप्टर खरीदना चाहता है। रूस और भारत के बीच एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम डील को लेकर अमेरिका की नाराजगी के बाद भारत के इस कदम का काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इस डील के जरिए भारत दोनों देशों के आपसी संबंधों में संतुलन साधने की तैयारी में है। इसके साथ ही, हिंद महासागर में चीन के आक्रामक रुख को देखते हुए यह डील भारतीय नौसेना को भी मजबूती देगी। 

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S-400 पर रार के बाद MH-60 पर भारत की नजर 
दरअसल, अमेरिका रूस और भारत के बीच हुए एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम पर हुई डील के सख्त खिलाफ था। इसको लेकर अमेरिका ने कई मौकों पर भारत को चेताया भी था। अमेरिका ने धमकी दी थी कि अगर भारत ने रूस से यह डील की, तो परिणामस्वरूप वह अमेरिकी दंडात्मक प्रतिबंधों के लिए तैयार रहे। इसके बावजूद भारत रूस के साथ इस करार से पीछे नहीं हटा। हालांकि बाद में अमेरिका की तल्खी में भी नरमी आई और अमेरिका रूस के साथ हुए इस करार पर भारत को विशेष छूट देने को राजी हो गया। इतना सबकुछ होने के बाद अब भारत ने ट्रंप प्रशासन के सामने 24 'रोमियो' MH-60 हेलिकॉप्टर खरीदने की इच्छा जताई है।

13,500 करोड़ रुपये का 'लेटर ऑफ रिक्वेस्ट' 
जानकारी के मुताबिक, भारत सरकार ने इन लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को खरीदने के लिए अमेरिकी प्रशासन को 13,500 करोड़ रुपये का 'लेटर ऑफ रिक्वेस्ट' भी भेजा है। खास बात है कि यह हेलीकॉप्टर टोरपीडो जैसे हथियार और ऐंटी-सबमरीन मिसाइल के रखरखान के जरूरी अन्य उपकरणों से लैस है। ऐसा माना जा रहा है कि यह सौदा भारतीय नौसेना की ताकत को और बढ़ाएगा। ऐसे में भारत यह डील जल्द से जल्द करने का इच्छुक है।

समुद्र में चीन को रोकेगा भारत! 
कहा जा रहा है कि भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े को और ताकत देने के लिहाज से भारत सरकार इस डील को 2020-24 तक पूरा करने में मूड में है। यह फैसला ऐसे वक्त में लिया जा रहा है जब चीनी परमाणु और डीजल इलेक्ट्रिक सबमरीन भारतीय समुद्री सीमा में बार-बार घुसने की हिमाकत करते देखे गए हैं। भारत के लिए यह डील इसलिए भी अहम है, क्योंकि श्रीलंका, मालदीव जैसे पड़ोसी देशों के सहारे चीन हिंद महासागर में लगातार दखल देने की कोशिश कर रहा है। भारत सरकार की तेजी को देखकर माना जा रहा है कि यह डील इस साल अंत तक हो सकती है।

डील से जुड़े जरूरी प्वाइंट्स

  • एमएच-60 हेलीकॉप्टर की यह डील सरकार से सरकार के बीच होगी।
  • MH-60 हेलिकॉप्टर की निर्माता कंपनी शिकोर्स्की-लोकहीड मार्टिन है।
  • यह अमेरिका की विदेश मिलिटरी सेल्स प्रोग्राम का हिस्सा है।
  • 2007 से भारत ने अमेरिका से होने वाले सैन्य रक्षा सौदे को 17 बिलियन डॉलर तक बढ़ा दिया है।
  • बीते 3-4 सालों में अमेरिका अब भारत को रूस से ज्यादा सैन्य उपकरणों की आपूर्ति करा रहा है।

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