कोरोना लॉकडाउन के कारण अपराधों में आई कमी, लेकिन अमेरिका में बढ़ी घरेलू हिंसा
कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से कुछ हद तक हिंसक अपराधों में कमी आई है लेकिन घंरेलू हिंसा में तेजी देखने को मिल रही है।
वाशिंगटन डीसी, एएनआइ। पूरी दीनिया कोरोना वायरस के संकट का सामना कर रही है। कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से कुछ हद तक हिंसक अपराधों में कमी आई है, लेकिन इसी वजह से घंरेलू हिंसा में तेजी भी देखने को मिल रही है। अधिकारियों ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि निजी और घरों के अंदर होने वाले अपराध में बढ़ोत्तरी हुई है।
लंदन स्थित साप्ताहिक पत्रिका ने अमेरिकी के पांच बड़े शहरों से एकत्र किए गए आंकड़ों के विश्लेषण से बताया है कि लॉकडाउन की केो कारण पिछले कुछ हफ्तों में अधिकांश प्रकार के अपराधों में गिरावट आई हैं, लेकिन घरेलू हिंसा की रिपोर्ट में वृद्धि हुई है।
शिकागो, कैनसस सिटी, लॉस एंजिल्स, मेम्फिस और न्यू ऑरलियन्स में कुल अपराध में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि घरेलू हिंसा की रिपोर्ट में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गी है। घरेलू हिंसा को सबसे कम रिपोर्ट की किए जाने वाले अपराधों में से एक माना जाता है। लॉकडाउन के दौरान एक हिंसक सदस्य या साथी के साथ रहना बेहद कठिन हो सकता है।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतेरस ने महिलाओं और लड़कियों के प्रति घरेलू हिंसा में भयावह वैश्विक बढो़त्तरी को दूर करने के उपायों का आह्वान किया था। उन्होंने लॉकडाउन की वजह से घरों में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने की अपील की थी।
महासचिव की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि लॉकडाउन कोरोना से मुकाबले के लिए अपरिहार्य है। मगर इसके चलते महिलाओं को प्रताड़ित करने वाले अपने हिंसक पार्टनर के साथ रहने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। कुछ देशों में तो पुलिस और कानून-व्यवस्था संभालने वाली एजेंसियों के पास ऐसी शिकायतों की संख्या दोगुनी हो गई है।
अन्य देशों के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए, द इकोनॉमिस्ट ने आगे कहा कि फ्रांस में घरेलू हिंसा की रिपोर्ट में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि, टैब्लॉइड ने आगे कहा कि कुछ सरकारों ने घरों पर महिलाओं के शोषण को रोकने के लिए भी कार्रवाई की है।
टैब्लॉइड ने बताया कि फ्रांस में घरेलू हिंसा के पीड़ित लोग सुपरमार्केट के पास नए बनाए गए ड्रॉप-इन केंद्रों पर जा सकते हैं, या सरकार के खर्च पर एक होटल के कमरे में रह सकते हैं। स्पेन में जो लोग घर पर होने वाली हिंसा की रिपोर्ट करना चाहते हैं, वे एक फार्मेसी में जाकर कोड शब्द 'मास्क 19' जरिए बता सकते हैं। तब फार्मासिस्ट अधिकारियों को सूचित कर देगा।