एक और सर्वे में बिडेन को ट्रंप पर मिली बढ़त, बिडेन को ही बेहतर मान रहे ज्यादातर अमेरिकी
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव पर एक ताजा सर्वेक्षण में डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन ने 10 अंकों की बढ़त ले ली है। ज्यादातर अमेरिकी पूर्व उपराष्ट्रपति बिडेन को बेहतर मानते हैं।
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव पर एक ताजा सर्वेक्षण में डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन ने 10 अंकों की बढ़त ले ली है। ज्यादातर अमेरिकी देश का नेतृत्व करने के लिए पूर्व उपराष्ट्रपति बिडेन को बेहतर मानते हैं। इन दिनों अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन को लेकर इसी तरह के सर्वे किए जा रहे हैं। इन सर्वे में ये पता किया जा रहा है कि जनता इन दोनों में से किसे अधिक पसंद कर रही है।
हिल न्यूज वेबसाइट ने हार्वर्ड कैप्स-हैरिस सर्वे के हवाले से बताया है कि 55 फीसद अमेरिकी बिडेन का समर्थन कर रहे हैं, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ केवल 45 फीसद मतदाता हैं। डेमोक्रेट समर्थकों में से 91 फीसद बिडेन के साथ हैं, वहीं रिपब्लिकन मतदाताओं में से 87 फीसद ट्रंप का कामकाज बेहतर मानते हैं।
प्रेसिडेंशियल डिबेट की तारीखें तय
अमेरिका में तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बेहद अहम प्रेसिडेंशियल डिबेट की तारीखें तय हो गई हैं। कमीशन ऑन प्रेसिडेंशियल डिबेट (सीपीडी) द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप और उन्हें चुनौती दे रहे डेमोक्रेट प्रत्याशी बिडेन के बीच पहली बहस 29 सितंबर को होगी। यह आयोजन ओहियो के क्लीवलैंड में होगा।
दूसरी बहस 15 अक्टूबर को फ्लोरिडा के मियामी और तीसरी बहस 22 अक्टूबर को टेनेसी में होगी। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच होने वाली बहस सात अक्टूबर को होगी। सभी बहस 90 मिनट की होगी। व्हाइट हाउस पूल नेटवर्क बिना किसी विज्ञापन के इसका सीधा प्रसारण करेगा।
दरअसल कोरोनावायरस के संक्रमण के दौरान लॉकडाउन लगाने में देरी, अश्वेत लोगों पर किए जा रहे अत्याचार जैसे मुद्दों को भी बिडेन भूना रहे हैं। अमेरिकी जनता से सर्वे के दौरान इन्हीं सवालों को पूछा जा रहा है, जनता इन चीजों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ही जिम्मेदार मान रही है, इस वजह से वो बिडेन को पसंद कर रहे हैं।
लोगों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए पहले ही सख्त कदम उठाना चाहिए था जिससे इतने लोगों की मौत नहीं होती। कहीं न कहीं लोग इसके लिए ट्रंप को दोष दे रहे हैं जबकि ट्रंप ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपनी तरफ से सारे कदम उठाए। लोग इनको मनाने के लिए तैयार नहीं हुए जिससे ये संक्रमण इतना अधिक फैला।