coronavirus: महामारी के बीच IMF की देशों को सलाह, कहा- खुलकर पैसा खर्च करें
दुनियाभर में फैली कोरोना वायरस महामारी के बीच आईएमएफ ने देशों से कहा कि वह खुल कर पैसे खर्च करें बस उसकी रिसीट बनाए रखें।
वाशिंगटन डीसी, एएनआई। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि महामारी कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण कठिन आर्थिक वातावरण का सामना करना पड़ रहा है। यह एक अन्य संकट की तरह है जो किसी भी गुंजाइश में नहीं है। हम अब मंदी के बाद सबसे खराब मंदी में हैं, उन्होंने ये बयान बुधवार (स्थानीय समय) पर 2020 स्प्रिंग मीटिंग से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया।
हम वैश्विक जीडीपी के 3 प्रतिशत संकुचन का अनुभव कर रहे हैं। और 170 देशों को प्रति व्यक्ति आय में गिरावट आने जा रही है, जो कि हम तीन महीने पहले 160 के लिए जाने की उम्मीद कर रहे थे।
जॉर्जीवा ने नेताओं को इस कठिन चरण के दौरान जीवन और आजीविका की रक्षा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि घरों और व्यवसायों के लिए जीवनरेखा प्रदान की जानी चाहिए। यह मायने रखता है कि यह सुनिश्चित करना कि हमारी वित्तीय प्रणाली कार्य कर रही है और जो हमने देखा है वह केंद्रीय बैंक पर्याप्त मात्रा में सहायता प्रदान कर रहे हैं। आठ खरब डॉलर का राजकोषीय उपाय। इसलिए हमारा संदेश है कि जितना हो सके खर्च करें लेकिन प्राप्तियां रखें। हम इस संकट से निपटने में जवाबदेही और पारदर्शिता नहीं चाहते हैं।
यह हर किसी के लिए वास्तव में कठिन समय है। लेकिन विशेष रूप से, यह उन देशों के लिए मुश्किल है जो पहले से ही जटिल चुनौतियों के साथ इस संकट में चले गए हैं। उसी तरह यह वायरस लोगों को मारता है जो अधिक कमजोर, सबसे कठिन हैं। यह अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित कर सकता है। पहले से मौजूद कठिनाइयों के साथ स्थिति को और कठिन बना सकता है।