हमेशा के लिए यादगार बन जाएगी अमेरिकी मेजर जनरल क्रिस की ये फोटो, जानें क्यों
अमेरिकी फौज अब अफगानिस्तान से पूरी तरह से जा चुकी है। ऐसे में अब काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का कब्जा हो गया है। यहां से सामने आई एक अमेरिकी जनरल की फोटो की चर्चा हर जगह हो रही है।
वाशिंगटन (रायटर्स)। दो दशक के बाद एक बार फिर से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का कोई जवान नहीं है। सोमवार की देर रात अमेरिकी वायु सेना का सी-17 ग्लोबल मास्टर विमान यहां से आखिरी सैनिक को लेकर अमेरिका की तरफ उड़ गया। इसके साथ ही अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन स्थापित हो गया। इन दो दशक के दौरान अफगानिस्तान से कई ऐसी तस्वीरें आईं जिनको आईकानिक फोटो कहा जा सकता है। लेकिन इन सभी में एक फोटो को शायद वर्षों तक याद रखा जाएगा।
ये फोटो है मेजर जनरल क्रिस डोनहुए की। ये फोटो दरअसल, उनके ग्लोबल मास्टर में चढ़ते हुए एक नाइट विजन कैमरे से विमान की खिड़की से ली गई थी। क्रिस आखिरी अमेरिकी सैनिक थे जो इस आखिरी विमान में दाखिल हुए थे। इस फोटो को बाकायदा पेंटागन ने रिलीज किया और ये जानकारी भी दी है। काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ये तस्वीर अफगानिस्तान में अमेरिका के दो दशक का अंत बयां करती हैं। बता दें कि मेजर जनरल क्रिस अफगानिस्तान में 82वीं एयरबोर्न डिवजीन के कमांडर थे।
जिस तरह से अमेरिका यहां से बाहर निकला है, ठीक उसी तरह से कभी रूस भी अफगानिस्तान से बाहर निकला था। उस वक्त बोरिस ग्रोमोव रूसी सेना के आखिरी कमांडर थे जिन्होंने अफगानिस्तान छोड़ा था। उस वक्त उनकी हाथों में फूल लिए एक फोटो काफी चर्चा में आई थी। ये फोटो दरअसल एक वीडियो क्लिप का हिस्सा थी उस वक्त ली गई थी जब वो उज्बेकिस्तान-अफगानिस्तान की सीमा पर मौजूद फ्रेंडशिप ब्रिज को पार कर रहे थे। रूस की सारी फौज इसी रास्ते से होते हुए उज्बेकिस्तान के तरमेज इलाके में दाखिल हुई थी। 15 फरवरी 1989 को खींची गई फोटो आज एक बार फिर से याद की जा रही है।