धूम्रपान छोड़ना चाहते है तो पहले करे अल्कोहल से तौबा मिलेगी मदद
एक लेख के मुताबिक अल्कोहल का सेवन करने वाले व्यक्ति अगर धूमपान छोड़ना चाहते हैं तो उन्हें पहले अपने अल्कोहल पर पाबंदी लगानी होगी इससे वह धूमपान छोड़ने में भी सफल रहेंगे।
वाशिंगटन, प्रेट्र। वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर नए साल पर धूमपान छोड़ना आपका संकल्प है तो आपको अल्कोहल के सेवन की आदत छोड़नी होगी। निकोटीन और टोबैको रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक अल्कोहल का सेवन करने वाले व्यक्ति अगर धूमपान छोड़ना चाहते हैं तो उन्हें पहले अपने अल्कोहल पर पाबंदी लगानी होगी इससे वह धूमपान छोड़ने में भी सफल रहेंगे।
अल्कोहल का अत्यधिक सेवन करने वालों में निकोटीन को हजम करने की ज्यादा क्षमता होती है। जैसे ही वे अल्कोहल का सेवन कम करते हैं तो निकोटीन को हजम करने की क्षमता भी घट जाती है इससे धूमपान की आदत को छोड़ने में मदद मिलती है। पिछले अध्ययनों में यह सामने आया था कि जिन लोगों में निकोटीन को पचाने की क्षमता ज्यादा होती है वे ज्यादा धूमपान करते हैं और ज्यादा धूमपान करने वालों को इसको छोड़ने में ज्यादा समय लगता है।
अमेरिका की ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर सारा डरमोडी ने बताया कि अल्कोहल का सेवन कम करके निकोटीन को हजम करने की क्षमता को घटाया जा सकता है। जिससे धूमपान करने की आदत भी धीरे- धीरे कम होने लगेगी, लेकिन इसको करने के लिए दृढ़ संकल्प की जरूरत है। एक प्रयास से यह आदत नहीं छूटती है इसके लिए तब तक प्रयासरत रहना चाहिए जब तक यह आदत छूट न जाए।
उन्होंने कहा कि इस शोध के माध्यम से यह पता चला है कि अल्कोहल का सेवन कम करके निकोटीन को पचाने की क्षमता घटाई जा सकती है। जिससे धूमपान की आदत कम होगी और इस तरह दो तरह के व्यसनों से एक साथ छुटकारा पाया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि अल्कोहल और सिगरेट दोनों का बहुत ज्यादा सेवन किया जाता है। हर पांच में से एक आदमी दोनों का सेवन करता है। अत्यधिक अल्कोहल लेने वाले अत्यधिक धूमपान भी करते हैं और अत्यधिक धूमपान करने वाले अत्यधिक अल्कोहल लेते हैं। दोनों एक दूसरे के समानुपाती है।
शोध में दिखे परिणाम
शोध में 22 ऐसे लोगों के निकोटीन मेटाबोलिज्म के स्तर की जांच की गई जो अत्यधिक अल्कोहल लेने की आदत से ग्रसित थे और अपना उपचार करवा रहे थे। उन लोगो में निकोटीन मेटाबोलिज्म का स्तर उच्च पर था। वहीं जब अल्कोहल लेने वाले लोगों ने प्रतिदिन अपने 29 ड्रिंक से घटाकर इसे 7 ड्रिंक तक सीमित कर दिया तो निकोटीन मेटाबोलिज्म के स्तर पर अद्भुद गिरावट सामने आई।