भविष्य में तालिबान से फिर से बातचीत शुरू होने की उम्मीद: माइक पोम्पिओ
अमेरिकी सैनिकों पर घातक तालिबानी हमले के बाद शांति वार्ता रद होने के बावजूद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने उम्मीद जताई है कि भविष्य में बातचीत फिर से शुरू हो सकती है।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका और तालिबान भविष्य में बातचीत फिर से शुरू कर सकते हैं। पोम्पियो ने फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि गुरुवार को अफगानिस्तान में एक अमेरिकी सैनिक के मारे जाने के बाद अमेरिका-तालिबान शांति वार्ता कुछ समय के लिए रद हो गई है।
न्यूज एजेंसी शिनहुआ के मुताबिक पॉम्पिओ ने वार्ता का उल्लेख करते हुए कहा, 'मुझे आशा है कि हम उन्हें वापस शुरू कर देंगे। तालिबान को जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं कि वे उन चीजों को करने के लिए तैयार हैं जो हमने उन वार्ता के दौरान करने के लिए कहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अमेरिकी सैनिकों पर घातक हमले का हवाला देते हुए शनिवार को शांति वार्ता रद करने की बात कही गई। ट्रम्प ने एक ट्वीट में कहा कि तालिबान नेताओं के साथ एक गुप्त बैठक और निर्धारित अफगान राष्ट्रपति के साथ होने वाली बैठक, इस हमले के बाद रद कर दी गई है।
तालिबान की अमेरिका को धमकी
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शांति वार्ता रद करने के फैसले पर तालिबान ने अमेरिका को धमकी दी है। तालिबान ने कहा कि इससे और अमेरिकियों की जान जाएगी। गौरतलब है कि ट्रंप ने शनिवार को इस वार्ता को रद करने का फैसला लिया था। उनके द्वारा ये फैसला काबुल कार बम बलास्ट की वजह से लिया गया था, जिसकी जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी। इस ब्लास्ट में एक अमेरिकी सैनिक समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी।
ट्रंप की तालिबान के प्रमुख नेता और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को कैंप डेविड में उनसे अलग-अलग बैठक होने वाली थी, जिसे उन्होंने रद कर दिया, जिसके बाद इस्लामिक समूह ने बयान जारी किया।
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