Herbert Kleber- नशा मुक्ति में विशेष योगदान के लिए दुनिया कर रही याद
जाने-मानें मनोचिकित्सक डॉ. हरबर्ट क्लेबर को आज पूरी दुनिया याद कर रही है। उन्हें आज ही के दिन उन्हें प्रतिष्ठित नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के लिए 23 साल पहले चुना गया था।
वाशिंगटन, एजेंसी। जाने-मानें मनोचिकित्सक डॉ. हरबर्ट क्लेबर को आज पूरी दुनिया याद कर रही है। उन्हें आज ही के दिन उन्हें प्रतिष्ठित नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के लिए 23 साल पहले चुना गया था। उन्होंने लोगों को नशे की लत की छुटकारा दिलाने की दिशा में भी काफी काम किया। इसे उनकी उपलब्धि के तौर पर देखा जाता है।
डॉ. क्लेबर का जन्म 19 जून 1934 को पेंसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग में हुआ था। उन्होंने वर्षों तक लोगों के नशे की लत को छुड़ाने के लिए काम किया और महसूस किया कि उपचार को वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा समर्थित एक नए दृष्टिकोण की आवश्यकता है। यही नहीं उन्होंने यह जानने की भी कोशिश करते थे कि आखिर किसी व्यक्ति को नशे की लत क्यों लग जाती है। उनके उपचार के नए तरीकों की सराहना हुई। इसके बाद उन्हें तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश ने उन्हें नैशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी के ऑफिस में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया था।
राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना
डॉ. क्लेबर ने नशा पदार्थ के सेवन पर राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना की और कोलंबिया विश्वविद्यालय में नशिले पदार्थ के सेवन को लेकर एक विभाग स्थापित किया। यहां उन्होंने शराब, कोकीन, हेरोइन और शराब से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए नए तरीकों को विकसित करने को लेकर कई परियोजनाओं पर काम किया।
250 से ज्यादा किताबें लिखीं
साल 1964 में उन्होंने अपनी यूनाइटेड प्बलिक हेल्थ सर्विस को अपनी सेवाएं दी, जहां उन्होंने कैदियों को नशे की लत से बाहर निकालने के लिए काम किया। उन्हें उनके काम के लिए कई सम्मानित किया गया। उन्होंने नशे की लत के ऊपर 250 से ज्यादा किताबें लिखीं। उनका निधन पिछले साल 5 अक्टूबर को हुआ।
गूगल ने बनाया डूडल
गूगल ने आज उन्हें डूडल डूडल समर्पित किया है। इस डूडल को मैसाच्युसेट्स के डूडल आर्टिस्ट जैरेट जे. ने बनाया है। इसमें उनको मरीज के साथ बैठे दिखाया गया है। इसमें उन्हें मरीज की परेशानी को सुनते हुए और नोटपैड में कुछ लिखते हुए दिखाया गए हैं। इसके अलावा मरीज को भी इस डूडल में नशे की लत से बाहर निकलते दिखाया गया है।