Remdesivir: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के निशाने पर US , रेम्डेसिविर के बड़े स्टॉक के आपूर्ति की हुई है डील
कोविड-19 की इलाज के लिए एकमात्र रेम्डेसिविर को लाइसेंस मिला है लेकिन अमेरिका ने बड़े स्टॉक की आपूर्ति के लिए डील कर ली है ।
लंदन, एपी। कोविड-19 के इलाज के लिए एकमात्र लाइसेंस प्राप्त ड्रग रेम्डेसिवर के बड़े स्टॉक की आपूर्ति के लिए डील करने के बाद अमेरिका तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञों के निशाने पर आ गया है। दरअसल, अमेरिकी सरकार ने इस सप्ताह ऐलान किया कि इसने कोविड-19 के इलाज के लिए लाइसेंस पाने वाले एकमात्र ड्रग 'रेम्डेसिविर' के थोक उत्पादन व बड़े स्टॉक के लिए गिलियाड साइंसेज के साथ समझौता कर लिया है जिसके तहत अगले तीन माह तक यह ड्रग अमेरिका को सप्लाई करेगा। हेल्थ एक्सपर्ट ने बुधवार को अमेरिका के इस कदम की पुरजोर निंदा की।
अमेरिका में एक खुराक की कीमत 2,340 डॉलर
गिलियाड ने मई में अमेरिका के बाहर उत्पादन के लिए लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन यह अभी भी अपने शुरुआती चरण में है। स्वास्थ्य विभाग और मानव सेवा सचिव एलेक्स अजार ने एक बयान में कहा,'राष्ट्रपति ट्रंप ने कोविड -19 के लिए अमेरिकियों की पहली अधिकृत चिकित्सीय सुविधा सुनिश्चित करने के लिए यह विशेष डील की है।' अमेरिका में उपचार के एक खुराक की कीमत 2,340 डॉलर होगी।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर असहयोग
127 गरीब देशों में वितरण के लिए नौ कंपनियां अमेरिका के बाहर लाइसेंस के तहत इस दवा का उत्पादन कर सकती हैं और लागत कम है। लेकिन परियोजना अभी भी अपने शुरुआती चरण में है। लेकिन आलोचकों का कहना है कि गिलियाड से इतना अधिक स्टॉक केवल अमेरिका के लिए खरीदना कोविड के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय सहयोग में कमी प्रदर्शित करता है।
ब्रिटेन का ये है कहना-
हालांकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (British Prime Minister Boris Johnson) के प्रवक्ता जेम्स स्लैक (James Slack) ने अमेरिका के इस फैसले की निंदा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'ब्रिटेन के पास उन मरीजों के लिए रेम्डेसिविर का पर्याप्त स्टॉक है जिन्हें इसकी जरूरत है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके पास इस दवा का कितना स्टॉक है। डैनिशन मेडिसीन्स एजेंसी के हेड थॉमस सेंडेरोविट्ज ने बताया कि इससे यूरोपीय जनता मुश्किल में पड़ जाएगी। उन्होंने कहा, 'मैंने ऐसा कभी नहीं देखा कि एक कंपनी अपना पूरा स्टॉक केवल एक ही देश को बेचे। यह उचित नहीं है।'
वहीं कैलिफोर्निया मूल के गिलियाड ने कहा कि अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत यह भी बात हुई है कि इसके आवश्यकता से अधिक होने पर सप्लाई दूसरे देशों को भेज दिया जाएगा। साथ ही कंपनी ने कहा कि यह हर संभव तेजी से इस काम में जुटी है ताकि दुनिया भर में इस दवा को भेजा जा सके। इस दवा पर पहले हुए शोधों से पता चला है कि कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती जिन मरीजों को इसकी खुराक दी गई उनके स्वस्थ होने की अवधि में कमी आई है।