कम फल-सब्जी खाते हैं तो कभी भी आ सकता है बुरा वक्त, जानिए- क्या है कारण
वैज्ञानिकों ने असमय मौत के कारणों और फल--सब्जी के अपर्याप्त सेवन से दिल की बीमारियों के खतरे के बीच संबंध का आकलन किया।
न्यूयॉर्क, एजेंसी। पर्याप्त फल और सब्जी का सेवन नहीं करने के कारण हर साल दिल की बीमारियों और स्ट्रोक से लाखों लोगों की मौत हो जाती है। ताजा शोध के मुताबिक, दिल की बीमारियों के कारण होने वाली हर सात में से एक मौत का कारण फलों का पर्याप्त सेवन नहीं करना होता है।
इसी तरह दिल की बीमारियों के कारण 12 में से एक मौत पर्याप्त सब्जियां नहीं खाने से होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि रोजाना 300 ग्राम फल और 400 ग्राम सब्जी का सेवन अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त है।
शोध के दौरान 113 देशों से जुड़े आंकडों का अध्ययन किया गया, जहां दुनिया की करीब 82 फीसदी आबादी रहती है। इन आंकडों के आधार पर वैज्ञानिकों ने असमय मौत के कारणों और फल--सब्जी के अपर्याप्त सेवन से दिल की बीमारियों के खतरे के बीच संबंध का आकलन किया। उम्र के हिसाब से युवाओं में यह खतरा ज्यादा देखा गया। खराब नींद का कारण हो सकता है अपर्याप्त पोषषण अपर्याप्त पोषषण और खराब नींद के बीच संबंध सामने आया है।
एक शोध के मुताबिक, पुरषषों की तुलना में महिलाओं में खराब नींद के लिए कई पोषषक तत्व जिम्मेदार होते हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि खानपान में कुछ निश्चित पोषषक तत्वों को शामिल करके खराब नींद की परेशानी से बचा जा सकता है। ये पोषक तत्व नींद से जुड़ी अन्य परेशानियों को दूर करने में भी मददगार हो सकते हैं। पहले के अध्ययनों के मुताबिक, मैग्नीशियम शरीर में मेलाटोनिन और अन्य तत्वों के स्राव में मदद करता है, जिनकी नींद में अहम भूमिका रहती है।
इसी तरह जिंक भी नींद को नियमित रखने में महत्वपूर्ण है। हालांकि अभी इस संबंध में व्यापक अध्ययन की जरूरत है कि पोषषक तत्वों की कमी से अनिद्रा की समस्या होती है या अनिद्रा के कारण शरीर में पोषषक तत्व कम हो जाते हैं। साथ ही इनके सप्लीमेंट से नींद पर प़़डने वाले असर को लेकर भी कई प्रश्न अनुत्तरित हैं।
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