हक्कानी ने पाक में चीन के राजदूत की 'अभद्र' भाषा पर जताई आपत्ति
उइगर समुदाय चीन के सबसे बड़े और पश्चिमी क्षेत्र शिंजियांग प्रांत में रहता है। उइगर समुदाय के लोग इस्लाम को मानने वाले लोग हैं।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रहे हुसैन हक्कानी ने इस्लामाबाद में चीन के उप-राजदूत लिजिअन झाओ द्वारा सोशल मीडिया पर उनके लिए 'अशोभनीय' भाषा का प्रयोग करने को लेकर आलोचना की है। हक्कानी ने पिछले दिनों चीन में उइगर मुसलमानों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर अपने विचार साझा किए थे, जिसके बाद झाओ ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया था।
हक्कानी और झाओ के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा है, जिसकी शुरुआत एक ट्वीट से हुई थी। पिछले दिनों लंदन टाइम्स में झपे एक लेख को हक्कानी ने ट्वीट किया था। इस लेख में कथित तौर पर कहा गया था कि चीन में उइगर मुसलमानों को सूअर का मांस खाने के लिए कहा जा रहा है। इस पर झाओ ने हक्कानी द्वारा इस लेख को ट्वीट करने पर काफी आलोचना की।
झाओ ने हक्कानी का मजाक बनाते हुए ट्वीट किया, 'जोक ऑफ द डे...! एक बिना आत्मा और राष्ट्रीयता का शख्स बिना किसी आधार के चीन पर आरोप लगा रहा है। कितने दुख की बात...?' हक्कानी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि झाओ को मुझपर ऐसा हमला नहीं करना चाहिए था। आमतौर पर राजदूतों को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए, उस देश के लोगों पर हमला नहीं करना चाहिए, जिसमें वह रह रहे हैं।
हक्कानी ने कहा, 'मैं चीन और चीन की नीतियों की रक्षा के लिए झाओ के अधिकारों का सम्मान करता हूं, लेकिन लोगों पर सीधा कटाक्ष करना पद की गरिमा के खिलाफ है। वह भी मुझे उसी तरह ट्रोल कर रहे हैं, जैसे दूसरे लोग करते हैं।
गौरतलब है कि उइगर समुदाय चीन के सबसे बड़े और पश्चिमी क्षेत्र शिंजियांग प्रांत में रहता है। उइगर समुदाय के लोग इस्लाम को मानने वाले लोग हैं। शिंजियांग प्रांत की सीमा मंगोलिया और रूस सहित आठ देशों के साथ मिलती है। तुर्क मूल के उइगर मुसलमानों की इस क्षेत्र में आबादी एक करोड़ से ऊपर है। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में उइगर मुस्लिमों की आबादी बहुसंख्यक थी। लेकिन जब से इस क्षेत्र में चीनी समुदाय हान की संख्या बढ़ी है और सेना की तैनाती हुई है तब से यह स्थिति बदल गई है।