USA में 34 हजार रुपए में आईफोन गन, कंपनी को 12 हजार बंदूकें बनाने का ऑर्डर मिला
आईफोन गन की कीमत 500 डॉलर्स यानी करीब 34 हजार रुपए है।
वॉशिंगटन [ एजेंसी ]। अमेरिका की एक कंपनी ‘आइडियन कंसील’ चर्चा में है। दरअलस, इस कंपनी ने स्मार्टफोन जैसी दिखने वाली बंदूकों का उत्पादन शुरू किया है। अमेरिका में लगातार बढ़ती शूटिंग की घटनाओं के बीच कंपनी का यह कदम विवादों में है।
पहले 2016 में इस हैंडगन की लॉन्चिंग होनी थी, लेकिन यह किन्हीं कारणाें टल गई थी। अब कंपनी को उत्पादन शुरू करने से पहले करीब 12 हजार गन बनाने का ऑर्डर मिला है। यहां आम लोगों के बीच इस बंदूक का डिजाइन इतना पसंद किया जा रहा है कि जल्द ही कंपनी को इसका उत्पादन दोगुना करना पड़ सकता है।
डिजाइन में स्मार्टफोन जैसी दिखने वाली इस को आईफोन गन से चर्चा में है। हालांकि, इसकी कीमत असल आईफोन एक्स (68 हजार रुपए) के मुकाबले सिर्फ आधी यानी 500 डॉलर्स (करीब 34 हजार रुपए) है। अमेरिका की विवादास्पद गैर लाभकारी संस्था 'नेशनल राइफल एसोसिएशन' भी इस स्मार्टफोन गन का प्रमोशन कर रही है।
संस्था ने मई के अपने मैगजीन एडिशन में इसे फीचर्ड प्रोडक्ट में जगह दी है। साथ ही आत्मरक्षा के लिहाज से भी इसे पिस्तौल और रिवॉल्वर का बेहतरीन विकल्प बताया गया है।
आईफोन गन की खूबियां
1- बंदूक को एक छोटी फोल्डिंग हैंडगन की तरह बनाया गया है, जिसकी नली को आसानी से फोल्ड किया जा सकता है। इसकी मैगजीन को भी मोड़ा जा सकता है, जिससे ये एक स्मार्टफोन का रूप ले लेती है।
2- इसे आसानी से जेब में रख सकते हैं और किसी को इसके बंदूक होने का शक नहीं होता।
3- हैंडगन खुलते ही एक बार में दो गोलियां फायर कर सकती है। बेहतर निशाने के लिए इसे लेजर के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
4- अमेरिका के करीब 89 फीसद लोग अपने पास हथियार रखते हैं। 66 फीसद लोगों के पास एक से ज्यादा गन है। दुनियाभर की आम लोगों के पास जितनी बंदूकें हैं, उनमें से 48 फीसद (करीब 31 करोड़) सिर्फ अमेरिकियों के पास हैं।
5- अमेरिका में हथियार बनाने वाली इंडस्ट्री का सालाना आय 91 हजार करोड़ रुपए है। 2.65 लाख लोग इस कारोबार से जुड़े हुए हैं।
अमेरिकी इकोनॉमी में हथियार
अमेरिकी इकोनॉमी में हथियारों की बिक्री से 90 हजार करोड़ रुपए आते हैं। यहां हर साल एक करोड़ से ज्यादा रिवॉल्वर, पिस्टल जैसे हथियार बनते हैं। बीते 50 साल में अमेरिका में हथियारों ने 15 लाख से ज्यादा जान ले लीं। इसमें मास शूटिंग और मर्डर से जुड़ीं 5 लाख मौतें हुईं। बाकी जानें सुसाइड, गलती से चली गोली और कानूनी कार्रवाई में गई हैं। अमेरिका में हथियार रखना बुनियादी हक में आता है।