सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति पर लाल रंग के विशाल धब्बे का नासा करेगा अध्ययन
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप बृहस्पति के ग्रेट रेड स्पॉट (लाल रंग के धब्बे) का अध्ययन करेगा।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप बृहस्पति के ग्रेट रेड स्पॉट (लाल रंग के धब्बे) का अध्ययन करेगा। सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति पर चल रही आंधी के कारण करीब 350 वर्षो से यह धब्बा मौजूद है। पहली बार 1830 में इसकी पहचान हुई थी।
सौरमंडल के विभिन्न ग्रहों से जुड़े रहस्यों से पर्दा उठाना वेब टेलीस्कोप के प्रमुख लक्ष्यों में शामिल है। उनमें बृहस्पति का ग्रेट रेड स्पॉट भी शामिल है। खगोलविद वेब के मिड इंफ्रारेड इंस्ट्रूमेंट (एमआइआरआइ) का इस्तेमाल कर धब्बे का नक्शा तैयार करेंगे। इससे उसकी तापीय, रासायनिक और बादलों की संरचना का विश्लेषण किया जा सकेगा।
अनुमान है कि सूर्य की पराबैंगनी किरणों के साथ नाइट्रोजन, सल्फर और फास्फोरस युक्त रसायनों के मिलने से धब्बे का रंग लाल हो जाता है। वेब टेलीस्कोप द्वारा इकट्ठा की गई जानकारियों से यह भी पता चलेगा कि ग्रेट रेड स्पॉट से ऊष्मा निकल रही है या नहीं। इससे बृहस्पति के ऊपरी वायुमंडल के उच्च तापमान का कारण मालूम हो पाएगा।