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Global Food Crisis: दुनियाभर में युद्ध से बढ़े खाद्य संकट को कम करने के लिए अमेरिका और विश्‍व बैंक ने की अरबों डालर की योजना की घोषणा

Global Food Crisis अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से खाद्य सुरक्षा योजनाओं पर दी गई ट्रेजरी रिपोर्ट में बड़ी बात कही गई है। वैश्विक खाद्य संकट को दूर करने के लिए विश्व बैंक ने 12 बिलियन डालर की मदद करने जा रहा है।

By Ashisha RajputEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 08:08 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 08:55 PM (IST)
Global Food Crisis: दुनियाभर  में युद्ध से बढ़े खाद्य संकट को कम करने के लिए अमेरिका और विश्‍व बैंक ने की अरबों डालर की योजना की घोषणा
दुनिया भर में लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा और विनाशकारी हालातों से जूझ रहे हैं।

बॉन (जर्मनी), एपी। अमेरिका, कई वैश्विक विकास बैंकों और अन्य समूहों ने बुधवार को अरबों डालर की योजना की घोषणा की है , जिसका उद्देश्य यूक्रेन में रूस के युद्ध से उत्पन्न विश्वव्यापी खाद्य सुरक्षा संकट से निपटना है। अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने घोषणा की कि कई वैश्विक विकास बैंक युद्ध से प्रेरित भुखमरी, बढ़ती खाद्य लागत और फसलों को जलवायु क्षति को रोकने के लिए अपने वित्तपोषण, नीतिगत जुड़ाव, तकनीकी सहायता को वहन करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।

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अन्य मुद्दों के अलावा किसानों को समर्थन देने, उर्वरक आपूर्ति संकट को दूर करने और खाद्य उत्पादन के लिए भूमि विकसित करने पर दस अरब डालर खर्च किए जाएंगे। ट्रेजरी के अनुसार, एशियाई विकास बैंक अफगानिस्तान और श्रीलंका को खिलाने के लिए धन का योगदान देगा और अफ्रीकी विकास बैंक 20 मिलियन अफ्रीकी किसानों की सहायता के लिए 1.5 अरब डालर का उपयोग करेगा।

पुनर्निर्माण और विकास के लिए यूरोपीय बैंक, अंतर अमेरिकी विकास बैंक, कृषि विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कोष और विश्व बैंक भी आने वाले महीनों और वर्षों में खाद्य उत्पादकों का समर्थन करने और आपूर्ति की कमी के मुद्दों को संबोधित करने के लिए दसियों अरबों का योगदान देंगे।

यूक्रेन में रूस के युद्ध से उपजे संकट से निपटने के लिए यह योजना अप्रैल में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की बुलाई गई एक बैठक से उपजी है, जहां उसने शक्तिशाली राष्ट्रों से दुनिया भर में खाद्य असुरक्षा पर एक उभरते संकट से निपटने के लिए विशिष्ट तरीकों की तलाश करने का आह्वान किया है। दुनिया खाद्य संकट और भी खराब कर दिया है। दुनिया को रूस और यूक्रेन गेहूं की आपूर्ति का एक तिहाई उत्पादन करते हैं। युद्ध के कारण वस्तुओं के नुकसान के परिणामस्वरूप खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। विश्व स्तर पर खासकर गरीब देशों में खाद्य सुरक्षा के भविष्य के बारे में अनिश्चितता बढ़ गई है।

संकट से निपटने के प्रयास में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अगले दो दिनों में खाद्य असुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त राष्ट्र से इतर न्यूयार्क में बैठकें आयोजित करेंगे। विदेश विभाग का कहना है कि 2021 में दुनिया भर में 19 करोड़ 30 लाख से अधिक लोगों ने तीव्र खाद्य असुरक्षा का अनुभव किया, जो एक साल पहले की तुलना में 4 करोड़ लोगों की वृद्धि है। वर्ष के अंत तक कम से कम 4 करोड़ गरीबी और खाद्य असुरक्षा में धकेल दिए जाने का अनुमान है।

कई देशों में ईंधन और उर्वरक की कमी और खाद्य कीमतों में तेज उछाल आया है। युद्ध के कारण नाजुक समाजों को अस्थिर करने, भूख और कुपोषण को बढ़ाने, पलायन को बढ़ावा देने और गंभीर आर्थिक अव्यवस्था का कारण बनने का खतरा बढ़ा है। युद्ध ने विश्व स्तर पर खाद्य सुरक्षा के मुद्दों को बहुत बढ़ा दिया है।

यूरोपीय संघ आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन इस सप्ताह के अंत में जर्मनी के बान में सात प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह के लिए वित्त मंत्रियों की बैठक के लिए पहुंचीं। येलेन ने कहा कि उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों, यूक्रेन की आर्थिक जरूरतों और रूस पर प्रतिबंध लगाने के लिए निरंतर समन्वय पर चर्चा की। जबकि यूरोपीय राष्ट्र रूसी तेल और गैस से बाहर निकलने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए अमेरिका यूरोपीय संघ के नेताओं पर दबाव डाल रहा है कि वे संभावित तेल पर कर लगाने और रूस को ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों से लाभान्वित होने से रोकने के अन्य तरीकों पर विचार करें।

येलेन की यूरोप यात्रा के दौरान यूक्रेन में युद्ध के प्रभावों को संबोधित करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय कर योजना को लेकर कई देशों से बातचीत की थी। इसके लिए पिछले साल 130 से अधिक देशों के साथ बातचीत की थी। मौजूदा ऊर्जा संकट दुनिया भर में उच्च मुद्रास्फीति में योगदान दे रहा था। रूस पर वित्तीय प्रतिबंध लगाने, महामारी कार्यक्रमों को अभी भी प्रभावी और अन्य कर्तव्यों को वितरित करने का काम सौंपा गया है। अब येलेन दुनिया की सबसे कमजोर आबादी को भूखा नहीं रखने के लिए जिम्मेदारी ली है। यूक्रेन में अभी भी युद्ध जारी है और दुनिया भर में गेहूं और अनाज की आपूर्ति को खतरा बना हुआ है।


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