कोविड-19 से ब्लड सेल्स में आ सकता है बदलाव, शरीर में कई महीनों तक बना रहा सकता है असर
कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते सेहत के मोर्चे पर दूसरी कई गंभीर समस्याएं भी उभर रही हैं। अब एक नए अध्ययन से पता चला है कि कोरोना संक्रमण ब्लड सेल्स में बड़े बदलाव का कारण बन सकता है।
लंदन, आइएएनएस। कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते सेहत के मोर्चे पर दूसरी कई गंभीर समस्याएं भी उभर रही हैं। अब एक नए अध्ययन से पता चला है कि कोरोना संक्रमण ब्लड सेल्स में बड़े बदलाव का कारण बन सकता है। इस संक्रमण की वजह से रेड और व्हाइट ब्लड सेल्स (कोशिकाओं) के आकार और कठोरता में उल्लेखनीय स्तर पर परिवर्तन की आशंका पाई गई है।
जर्मन शोधकर्ताओं के अनुसार, कुछ मामलों में इस बदलाव का असर कई माह तक रह सकता है। यह हो सकता है कि इसी कारण कुछ लोग संक्रमण से उबरने के बाद भी लंबे समय तक परेशान रहते हैं। कोरोना बीमारी के दौरान आमतौर पर रक्त संचार पर असर पड़ने के साथ ही आक्सीजन आपूर्ति भी सीमित हो जाती है। ये सब ऐसी स्थितियां हैं, जिनमें ब्लड सेल्स यानी रक्त कोशिकाओं की अहम भूमिका होती है।
इन पहलुओं पर गौर करने के लिए जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर द साइंस ऑफ लाइट (एमपीएल) और फ्राइडरिक एलेक्जेंडर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रेड और व्हाइट ब्लड सेल्स पर यह अध्ययन किया है। एमपीएल के प्रोफेसर जोचेन गक ने कहा, 'हमें संक्रमण के दौरान और इससे उबरने के बाद दोनों स्थितियों में कोशिकाओं में स्पष्ट और दीर्घकालीन बदलाव देखने को मिला है।'
बायोफिजीकल पत्रिका में अध्ययन के नतीजों को प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष कोरोना से गंभीर रूप से बीमार पड़े 17 लोगों, संक्रमण से उबरे 14 पीडि़तों और 24 स्वस्थ लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला है। उन्होंने इन प्रतिभागियों से एकत्र 40 लाख से ज्यादा ब्लड सेल्स का परीक्षण किया।