G7 summit: क्या महंगा होगा गोल्ड..? रूसी सोने की चमक फीकी करने में जुटा जी-7, बाइडन ने दिए प्रतिबंध लगाने के संकेत
अमेरिका और उसके सहयोगी देश यूक्रेन पर रूसी हमले के विरोध में अब रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो यह बेहद कठोर कदम होगा। जी-7 सम्मेलन में भाग लेने जर्मनी पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऐसे संकेत दिए।
एलमाऊ, एपी। यूक्रेन पर रूसी हमले के विरोध में अमेरिका और उसके सहयोगी देश अब रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक जी 7 देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को जर्मनी पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यह जानकारी दी। विदित हो कि रूस दुनिया में सबसे ज्यादा सोने का उत्पादन करने वाले देशों में शामिल है।
दिग्गज करेंगे मंथन, दबाव बनाने पर होगा जोर
रविवार से शुरू होने वाली बैठक में राष्ट्रपति बाइडन जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा और इटली के नेताओं के साथ रूस के गैस आपूर्ति कम करने से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करेंगे। साथ ही रूस के आपूर्ति रोके जाने से आसन्न खाद्यान्न संकट पर भी चर्चा होगी। इसके साथ ही यूक्रेन युद्ध पर चर्चा होगी और रूस पर दबाव बढ़ाने के तरीकों पर विचार किया जाएगा।
यह फैसला वाकई रूस पर पड़ेगा भारी
इन्हीं तरीकों में से प्रमुख होगा रूसी सोने पर लगने वाला प्रतिबंध। रूस दुनिया में सबसे ज्यादा सोने का उत्पादन करने वाले देशों में शामिल है। 2021 में रूस ने 300 टन सोने का उत्पादन किया है। रूसी सोने के आयात पर रोक का फैसला इसलिए रूस पर भारी पड़ेगा क्योंकि वहां के सोने की 90 प्रतिशत मात्रा यही जी 7 देश खरीदते हैं, जो प्रतिबंध लगा रहे हैं। इनमें भी अकेला ब्रिटेन रूसी सोने का सबसे बड़ा खरीदार है।
दुनिया में सबसे ज्यादा स्वर्ण भंडार रूस के पास
बीते वर्ष करीब 17 अरब डालर का रूसी सोना ब्रिटेन में खरीदा गया। रूस के पास आस्ट्रेलिया के बाद सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार है। दुनिया के सात संपन्न देशों के प्रमुख सम्मेलन के अंतिम दिन मंगलवार को रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध की घोषणा कर सकते हैं।
गैस के बाद सोने से सर्वाधिक कमाई करता है रूस
बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार गैस और तेल के बाद सोने के निर्यात से रूस को सर्वाधिक विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है। सोने के आयात पर प्रतिबंध लगने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूस की मुश्किल और बढ़ने का अंदेशा है। इसका सीधा असर रूसी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
रूसी धन कुबेरों पर पड़ेगी तगड़ी चोट
रूसी सोने के आयात पर प्रतिबंध पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा है कि इससे सीधे तौर पर रूसी धनकुबेर प्रभावित होंगे। इससे पुतिन की वार मशीन पर असर पड़ेगा। क्योंकि पुतिन अपने इन्हीं प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल कर यूक्रेन के खिलाफ बर्बर युद्ध छेड़े हुए हैं। हमारा उद्देश्य पुतिन सरकार के धन स्त्रोतों को बंद करना है जिससे उनकी युद्ध की इच्छा शांत हो सके।