पूर्व Pepsico सीईओ Indra Nooyi ने महिला सशक्तिकरण के लेकर दिया ये मंत्र
भारतीय अमेरिकी व्यापार कार्यकारी और पेप्सिको के पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी ( Indra Nooyi)ने महिला सशक्तिकरण को लेकर अपने विचार प्रकट किए।
नई दिल्ली, पीटीआई। भारतीय अमेरिकी व्यापार कार्यकारी और पेप्सिको के पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी ( Indra Nooyi) ने महिला सशक्तिकरण को लेकर एक कार्य्रकम में कई बाते कहीं। उन्होंने कहा कि कभी महिलाओं को अपने आपको सेकंड क्लास सिटीजन नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां पैदा हुए, आपकी विरासत क्या है। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका की प्रशांसा करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका ने सभी को एक ऐसा मंच प्रदान किया है जहां पर आप काम कर सकते हैं और आपका काम आपकी विरासत को बनाने का काम करता है।
नेशनल पोर्ट्रेट गैलरी में लिया हिस्सा
दरअसल, 64 वर्षीय इंद्रा नूयी ने नेशनल पोर्ट्रेट गैलरी (National Portrait Gallery) कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उनके साथ अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजो,अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा उनकी पत्नी मिशेल ओबामा और पूर्व अमेरिकी राज्य सचिव हिलेरी क्लिंटन को चिन्हित किया गया। इस दौरान इंद्रा नूयी ने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले बिजनेसमेन के मुताबिक, अमेरिका एक ऐसा देश है जो परवाह नहीं करता है कि आप किस जगह से आए हैं। क्योंकि यहां पर यही ध्यान दिया जाता है कि आपने अपने देशे के विकास के लिए कितना योगदान दिया।
पोर्ट्रेट गैलरी के बहुत ही सुंदर गैलरी है
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह दिन काफी सुंदर है। विशेष तौर पर मेरे लिए क्योंकि मैंने पोर्ट्रेट गैलरी की महत्ता को समझा है। मुझे नहीं पता था कि पोर्ट्रेट गैलरी का अस्तिव है क्योंकि मैंने इससे पहले इस बारे में नहीं जाना था। मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं थी इसलिए मैंने एक साल विजिट किया था। इस दौरान मैंने जाना है कि पोर्ट्रेट के जरिए लोगों एक कहानी का पता चलता है।
एक प्रश्न का उत्तर देते हुए इंद्रा नूयी ने कहा कि यह गैलरी ना सिर्फ महिलाओं के लिए संदेश देती है बल्कि सभी बिजनेस करने वालों लोगों को भी संदेश देता है। उन्होंने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप भारतीय अमेरिकिन बिजनेसमेन है या फिर अमेरिकन बिजनेस मेन। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जो भी काम करते हैं वह इतिहास में दर्ज होता है।