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विदेश सचिव बोले- तालिबान को पाक ने ही खड़ा किया, भारत-अमेरिका की टू प्लस टू वार्ता भी जल्द

भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी है कि भारत और अमेरिका के बीच चौथी वार्षिक टू प्लस टू वार्ता नवंबर में वाशिंगटन में होगी। अभी तारीख तय करना बाकी है। टू प्लस टू संवाद दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच होता है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 04 Sep 2021 02:06 PM (IST)Updated: Sat, 04 Sep 2021 02:06 PM (IST)
विदेश सचिव बोले- तालिबान को पाक ने ही खड़ा किया, भारत-अमेरिका की टू प्लस टू वार्ता भी जल्द
विदेश सचिव बोले- तालिबान को पाकिस्तान ने ही खड़ा किया, भारत-अमेरिका की पूरी नजर

वाशिंगटन, एएनआइ। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि पाकिस्तान ने ही तालिबान को संरक्षण देते हुए हुए पाला-पोसा है, जिसने निर्वाचित सरकार को हटा दिया। अब भारत और अमेरिका की अफगानिस्तान में पाकिस्तान पर नजर है। उन्होंने बताया कि तालिबान ने संकेत दिया है कि वह अफगानिस्तान में भारत के हितों का ध्यान रखेगा।

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वाशिंगटन की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान भारत के विदेश सचिव श्रृंगला ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि अफगानिस्तान को लेकर दुनिया के सभी देश सक्रिय हैं। हम ऐसे सभी देशों के संपर्क में हैं। भारत और अमेरिका दोनों ही स्थितियों पर गहनता से नजर रखे हुए हैं।

विदेश सचिव ने बताया कि हमें आतंकवादियों के अफगानिस्तान में उन्मुक्त घूमने को लेकर चिंता है। भारत की अध्यक्षता में अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा सहित सभी प्रतिबंधित संगठनों का उल्लेख है।

नवंबर में भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता

प्रेट्र के अनुसार भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी है कि भारत और अमेरिका के बीच चौथी वार्षिक टू प्लस टू वार्ता नवंबर में वाशिंगटन में होगी। अभी तारीख तय करना बाकी है। टू प्लस टू संवाद दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच होता है।

तालिबान से संबंध पर क्या बोले?

प्रेट्र के अनुसार श्रृंगला ने कहा तालिबान के साथ हमारा जुड़ाव सीमित ही रहा है। इसके बावजूद उन्होंने संकेत दिया है कि वह भारत के हितों का पूरा ध्यान रखेंगे। दोहा में भारतीय राजदूत की तालिबान से वार्ता के संबंध में जवाब देते हुए कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि भारत या अन्य देशों के खिलाफ अफगानिस्तान की जमीन से आतंकवादी गतिविधियां नहीं होनी चाहिए। अमेरिका ने तालिबान को कहा है कि यदि अफगानिस्तान से आतंकी गतिविधियां होती हैं, तो उन्हें ही जवाबदेह ठहराएंगे।

वाशिंगटन यात्रा के दौरान विदेश सचिव की अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर वार्ता हुई। यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के माध्यम से विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी उन्होंने मुलाकात की।


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