अंतत: अमेरिका पहुंच रही मेडिकल मास्क N95 की पहली खेप
चीन से शुरू कोरोना वायरस की महामारी ने पूरी दुनिया को संकट में डाल दिया है। इस क्रम में अमेरिका ने मेडिकल मास्क N95 का आयात कराया है।
वाशिंगटन, एपी। कोरोना वायरस से बचने के लिए तमाम एहतियातों में मास्क की भूमिका अहम है। इस क्रम में बुधवार को N95 मेडिकल मास्क की पहली खेप अमेरिका पहुंच रही है। फरवरी से ही इस खेप की मांग की जा रही थी जो अब जाकर मिल रही है। इस सप्ताह विमान और जहाज के जरिए यह खेप वाशिंगटन पहुंचेगी। इसके बाद इसे देश भर में वैसी जगहों पर तुरंत पहुंचाया जाएगा जहां इसकी सख्त जरूरत है। हाल में ही लॉस एंजेल्स के बंदरगाह पर मास्क की 24 पेटियां पहुंची थी जो सिंगापुर की फैक्ट्री 3M से भेजी गई थी। यह जानकारी पंजिवा ( Panjiva) ने दी जो ट्रेड डाटा को ट्रैक करती है।
फेडरल इमर्जेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (Federal Emergency Management Agency) इस काम में जुटी है और हाल में ही दक्षिण पूर्व एशिया से जॉन एफ केनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 130,000 स्पेशल मास्क के साथ एक कार्गो विमान की लैंडिंग हुई। मानवीय सहयोग संस्थान डायरेक्ट रिलीफ (DirectRelief) ने भी उम्मीद जताई है कि किसी भी दिन लास एंजेल्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 80,000 मास्क की एक खेप आ सकती है। लेकिन जितने मास्क की यहां मांग है यह संख्या उसके लिए पर्याप्त नहीं है। अमेरिका में मेडिकल सप्लाई कम हो गई हैं जो हमेशा चीन से होती थी। एक माह पहले 19 फरवरी को चीन से मास्क की डिलीवरी की गई थी। N95 मास्क का उपयोग औद्योगिक सेटिंग्स के साथ-साथ अस्पतालों में किया जा सकता है।
हालांकि यह मास्क सबको पहनने की जरूरत नहीं हैं। केवल सर्दी जुकाम से पीड़ितों को ही यह पहनना चाहिए ताकि उनके खांसी व छींक में निकले वायरस का संक्रमण किसी और को न लगे। बता दें कि साधारण मास्क कोरोना वायरस जैसे घातक संक्रमण को रोकने में सक्षम नहीं है। यह मास्क केवल मेडिकल कर्मचारियों के अलावा संक्रमित मरीजों या उनके संपर्क में रहने वाले लोगों को पहनना चाहिए।
इसका उपयोग मेडिकल क्षेत्र के लोगों- डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी के लिए जरूरी है। एन 95 मास्क छोटे-छोटे कणों को रोकने में सक्षम है। यह मास्क हवा में मौजूद 95 फीसद अवांछित कणों को रोकने में सक्षम है। इसलिए इस मास्क का उपयोग वहीं हो सकता है जहां बीमारी फैल गया हो।